इंडोनेशिया के सुलावेसी द्वीप पर मूसलाधार बारिश के कारण सोने की एक अवैध खदान में भूस्खलन होने से कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई है। अधिकारियों ने सोमवार को इस घटना के बारे में जानकारी दी है। गोरोंटालो प्रांत की खोज एवं बचाव एजेंसी के प्रवक्ता अफीफुद्दीन इलाहुदे ने बताया कि इस प्रांत के दूरस्थ बोन बोलांगो में एक छोटी, पारंपरिक, सोने की खदान में एक गड्ढे में रविवार को करीब 33 ग्रामीण खुदाई कर रहे थे तभी आसपास की पहाड़ियों से कई टन मिट्टी गिरी और वो दब गए।
जारी है लापता लोगों की तलाश
इलाहुदे ने बताया कि बचावकर्मियों ने रविवार को दो घायलों को बचाया और सोमवार तक 11 शव बरामद किए गए हैं। बचाव टीमें अब भी 20 अन्य लोगों की तलाश कर रही हैं जो लापता बताए जा रहे हैं। इंडोनेशिया में अवैध खनन कार्य बड़े पैमाने पर होते हैं जो हजारों लोगों को आजीविका उपलब्ध कराते हैं। यह लोग गंभीर चोट लगने या मृत्यु के उच्च जोखिम वाली परिस्थितियों में मजदूरी करते हैं।
बचाव कार्य में आ रही है मुसीबत
अधिकारियों का कहना है ‘हमने लापता लोगों की तलाश के लिए राष्ट्रीय बचाव दल, पुलिस और सैन्यकर्मियों समेत 164 कर्मचारियों को तैनात किया है। वहीं, बचाव कर्मचारियों को भूस्खलन स्थल तक पहुंचने के लिए करीब 20 किलोमीटर का रास्ता तय करना पड़ रहा है। यहां सड़क पर कीचड़ और क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश से बचाव अभियान में मुसीबत आ रही है।’
घरों को भी पहुंचा नुकसान
अधिकारियों ने बताया कि भूस्खलन की चपेट में आने से कुछ घर भी तबाह हो गए हैं। इंडोनेशिया की आपदा एजेंसी के मुताबिक भूस्खलन से कई घरों और एक पुल क्षतिग्रस्त हो गया है। आपदा एजेंसी स्थानिय निवासियों के लिए चेतावनी जारी की है। बता दें कि, इसी साल अप्रैल के महीने में भी सुलावेसी द्वीप पर भूस्खलन हुआ था। अप्रैल में हुए भूस्थलन में 14 लोगों की मौत हो गई थी। सुलावेसी द्वीप पर हुई मूसलाधार बारिश के कारण भूस्खलन हुआ था।
बारिश के चलते बचावकर्मियों को हो रही परेशानी
वहीं स्थानीय बचाव एजेंसी बसरनास के प्रमुख हेरियांतो ने बताया कि गोरोनटालो प्रांत के सुमावा जिले में यह हादसा हुआ है. उन्होंने बताया कि लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने की हर मुमकिन कोशिश की जा रही है. लापता लोगों की तलाश के लिए राष्ट्रीय बचाव दल, पुलिस और सैन्यकर्मियों समेत 164 कर्मचारियों को तैनात किया गया है. इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि भूस्खलन स्थल तक पहुंचने के लिए बारिश के चलते काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
दरअसल इंडोनेशिया में अवैध खनन का काम आम बात है. इस काम से हजारों लोगों को आजीविका मिलती है. हालांकि इस दौरान उन्हें जोखिम वाली परिस्थितियों में काम करना पड़ा है जिसमें अक्सर यह लोग गंभीर रूप से जख्मी हो जाते हैं या फिर उनकी मौत हो जाती है.