देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को ‘बॉर्डर एरिया डेवलपमेंट कॉन्क्लेव’ को संबोधित किया. जिस दौरान उन्होंने पीएम मोदी के कार्यकाल में सीमावर्ती गांव का किस तरह विकास हुआ इस पर रोशनी डाली. राजनाथ सिंह ने कहा, सीमावर्ती गांव रिमोट एरिया नहीं है बल्कि देश के पहले गांव हैं. हमारी सरकार इन गांव के विकास के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है.
हमारा मकसद सीमावर्ती क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे और सामाजिक-आर्थिक प्रगति सुनिश्चित करना है. इस कॉन्क्लेव के दौरान रक्षा मंत्री ने सीमावर्ती इलाकों में पिछले 10 वर्षों में पीएम मोदी के नेतृत्व में हुए विकास को सब के सामने रखा.
सुरंग का हुआ निर्माण
राजनाथ सिंह ने बताया,सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने 8,500 किलोमीटर से अधिक सड़कों और 400 से अधिक स्थायी पुलों का निर्माण किया है. अटल सुरंग, सेला सुरंग का निर्माण किया गया, जिसके बाद अब शिकुन-ला सुरंग बनने जा रही है, जिसको दुनिया की सबसे ऊंची सुरंग होने का गौरव हासिल होगा.
Addressed the ‘Border Area Development Conclave’ in New Delhi.
Border villages are the country’s first villages, not remote areas. Our Govt fully committed to their holistic development.
⁰Our aim is to ensure infrastructure & socio-economic progress in border areas.… pic.twitter.com/2R3jsAGceK
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) September 11, 2024
7,000 सीमावर्ती गांवों तक पहुंचा इंटरनेट
हमारी सरकार ने लद्दाख के सीमावर्ती इलाकों को नेशनल इलेक्ट्रिसिटी ग्रिड से जोड़ने के लिए 220 किलो वोल्ट की श्रीनगर-लेह बिजली लाइन शुरू की है. इसके अलावा, तकनीक और इंटरनेट घर-घर पहुंचाने के लिए भी सरकार काम कर रही है. राजनाथ सिंह ने बताया, उत्तर-पूर्वी राज्यों के ट्रांसमिशन के बुनियादी ढांचे को मजबूत किया जा रहा है.
भारत-नेट ब्रॉडबैंड परियोजना के माध्यम से 1,500 से अधिक गांवों में हाई-स्पीड इंटरनेट पहुंचाया गया है. पिछले चार वर्षों में 7,000 से अधिक सीमावर्ती गांवों को इंटरनेट कनेक्शन से जोड़ा गया है, और हमारा खास ध्यान लद्दाख और अरुणाचल प्रदेश पर रहा है. रक्षा मंत्री ने कहा, किसी भी जगह के विकास के लिए सड़क और बिजली बहुत जरूरी है, जो सरकार ने गांव तक पहुंचाई ही, इसी के साथ सीमावर्ती गांव को देश के बाकी इलाकों के साथ जोड़ने का काम भी किया.
सरकार का टूरिज्म पर खास ध्यान
राजनाथ सिंह ने इस बात पर जोर दिया कि सीमावर्ती गांव की तरक्की का रास्ता टूरिज्म भी है. उन्होंने कहा, केंद्र सरकार सीमावर्ती गांव में टूरिज्म को बढ़ाने पर जोर दे रही है. साल 2020 से 2023 तक लद्दाख, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश में पर्यटकों की संख्या में 30% बढ़ोतरी दर्ज की गई. साथ ही राजनाथ सिंह ने कश्मीर में भी टूरिज्म में इजाफा हुआ है, जिससे रोजगार के अवसर पैदा हुए और लोकल इकोनोमी मजबूत हुई है.