अयोध्या राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी है। अब हर किसी को प्रभु श्रीराम का इंतजार है। 16 जनवरी को विशेष पूजा-अर्चना शुरू हो चुकी है और रामलला की मूर्ति भी गर्भगृह में रख दी गई है। 21 जनवरी तक हर दिन अलग-अलग विधि विधान से अनुष्ठान होंगे और 22 जनवरी को भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी।
#WATCH | Ayodhya, UP: Shri Ram's childhood pictures adorn the gate from where invitees will enter the Shri Ram Temple on 22nd January for the Pran Pratishtha ceremony. pic.twitter.com/23qoALzcL8
— ANI (@ANI) January 20, 2024
राम मंदिर के उद्घाटन को लेकर राम भक्तों में काफी उत्साह और प्रसन्नता देखने को मिल रही है। ऐसे में राम भक्तों के मन में प्राण प्रतिष्ठा और राम मंदिर को लेकर कई तरह के सवाल है कि आखिर 22 जनवरी को ही प्राण प्रतिष्ठा क्यों हो रही है, पूरी प्रक्रिया क्या होगी आदि। इस खबर में हम आपको राम मंदिर से लेकर रामलला के दर्शन तक 22 जनवरी को लेकर कई सवालों के जवाब बताएंगे।
#WATCH | Uttar Pradesh: Latest visuals from Ayodhya's Ram Path where preparations are in full swing for the Pran Pratishtha ceremony on January 22. pic.twitter.com/GM2hMnxqAF
— ANI (@ANI) January 20, 2024
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
प्राण प्रतिष्ठ समारोह कब होगा?
राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह 16 जनवरी से 22 जनवरी तक चलेगी। 16 जनवरी से 21 जनवरी तक अलग-अलग विधि विधान से पूजा अर्चना की जा रही है और 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा समारोह के साथ यह समाप्त हो जाएगा।
प्राण प्रतिष्ठा समारोह कितने बजे है?
मंदिर के भीतर रामलला का अभिषेक दोपहर 12.15 से 12.45 के बीच सटीक समय पर किया जाएगा। प्राण प्रतिष्ठा के लिए 84 सेकंड का शुभ मुहूर्त है, 12 बजकर 29 मिनट 8 सेकंड से 12 बजकर 30 मिनट 32 सेकंड तक होगा।
क्या होगी प्राण प्रतिष्ठा की पूरी प्रक्रिया?
सबसे पहले प्रभु श्री राम की मूर्ति का पानी और दूध से अभिषेक किया जाएगा और फिर साधु-संतों के मंत्रों के बीच मूर्ति को पूर्व की ओर स्थापित किया जाएगा।
कौन करेगा श्रीराम के मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्राण प्रतिष्ठा करेंगे। प्राण प्रतिष्ठा के दौरान गर्भगृह में पीएम मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, RSS प्रमुख मोहन भागवत और आचार्य मौजूद रहेंगे। इस समारोह में राजनेता, फिल्मी हस्तियां, उद्योगपति और सहित 7,000 से अधिक लोग शामिल होंगे।
राम मंदिर परिसर के चारों कोनों में क्या होगा ?
राम मंदिर परिसर के चारों कोनों पर चार मंदिर होंगे, जिनमें सूर्य देव, देवी भगवती, गणेश भगवान और भगवान शिव को समर्पित होंगे। उत्तरी भुजा में मां अन्नपूर्णा का मंदिर और दक्षिण भुजा में हनुमान जी का मंदिर है।
रामलला की पुरानी मूर्ति का क्या होगा?
रामलला की पुरानी मूर्ति फिलहाल छोटे मंदिर में स्थापित है, उसकी भी नई मूर्ति के साथ गर्भगृह में ही प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी।
रामलला की मूर्ति किसने बनाई है?
रामलला की मूर्ति कर्नाटक के प्रसिद्ध मूर्तिकार अरुण योगीराज ने बनाई है। यह मूर्ति भगवान राम का बालस्वरूप है, जिसमें उन्हें पांच साल के बच्चे की तरह दिखाया गया है।
प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद क्या होगा?
‘प्राण प्रतिष्ठा’ के बाद, जब मूर्ति में देवता की सभी शक्तियां समाहित हो जाएंगी, तो इसे गर्भगृह में अपने स्थान पर स्थापित कर दिया जाएगा। इसके बाद मूर्ति के सामने एक दर्पण रखा जाएगा और मूर्ति की आंखों में काजल लगाया जाएगा।
प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए 22 जनवरी का दिन ही क्यों चुना गया?
हिंदू कैलेंडर के मुताबिक, 22 जनवरी को पौष माह के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि है। इसी दिन भगवान विष्णु ने समुद्र मंथन में मदद करने के लिए कछुए का रूप धारण किया था।
आम जनता को मंदिर में दर्शन की अनुमति कब मिलेगी?
23 जनवरी से आम जनता नवनिर्मित मंदिर के दर्शन कर सकेंगे। इसके लिए किसी पास या टिकट की जरूरत नहीं पड़ेगी।
राम मंदिर की लागत क्या है?
राम मंदिर लगभग 1,800 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जा रहा है। आधिकारिक अनुमान के अनुसार, राम मंदिर में प्रतिदिन 1,00,000 से अधिक भक्तों के आने की उम्मीद है।
आम लोगों के लिए रामलला के दर्शन की टाइमिंग क्या होगी?
आम जनता के लिए दर्शन का समय सुबह 7 बजे से 11 बजे, दोपहर 2 बजे से शाम 7 बजे तक होगा। वहीं, आरती का समय दोपहर 12 बजे और शाम 7 बजे का तय किया गया है। आरती में शामिल होने के लिए पास की व्यवस्था की जाएगी।
प्राण प्रतिष्ठा के दिन और उसके बाद दर्शन के वक्त प्रसाद कैसे मिलेगा?
प्रसाद 10-15 दिन सुरक्षित रहने वाला होगा। राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष के मुताबिक, यहां पर तिरुपति मंदिर जैसा प्रसाद मिलेगा। मंदिर से प्रसाद खरीदा भी जा सकता है।