कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने हाल ही में भाजपा सांसद हेमा मालिनी पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। अब इस मामले में सुरजेवाला फंसते नजर आ रहे हैं। हेमा मालिनी पर उनकी टिप्पणी को राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने संज्ञान में लिया है।
NCW ने इस संबंध में चुनाव आयोग को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की है। आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने औपचारिक रूप से मुख्य चुनाव आयुक्त को इस मामले में पत्र लिखकर सुरजेवाला के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने को कहा है।
National Commission for Women (NCW) strongly denounces the deeply offensive remarks made by Mr. Randeep Surjewala. The remarks are extremely misogynistic and outrageous to the modesty of a woman. Hon’ble Chairperson Rekha Sharma has formally written to the Chief Election… https://t.co/YpoLgHzE7Z
— ANI (@ANI) April 4, 2024
क्या लिखा है नोटिस में!
नोटिस में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष उदयभान सिंह का भी नाम है। उनसे भी पूछा गया है कि पार्टी की तरफ से क्या कार्रवाई अमल में लाई गई है। लिखा है कि रणदीप सुरजेवाला ने हेमा मालिनी (कलाकार) के लिए अभद्र भाषा व टिप्पणी की है, जोकि एक महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाने वाला और अशोभनीय है।
बीजेपी हमलावर
बीजेपी ने सुरजेवाला के बयान को अपमानजनक और शर्मसार करने वाला बताया है। शहजाद पूनावाला से लेकर तमाम दिग्गजों ने इस पर आपत्ति जताई। वहीं भाजपा के आईटी प्रकोष्ठ के प्रमुख अमित मालवीय ने यह भी कहा था कि सुरजेवाला की टिप्पणी से पता चलता है कि प्रमुख विपक्षी पार्टी महिलाओं से नफरत करती है। सुरजेवाला ने अपने भाषण का वीडियो सोशल मीडिया मंच एक्स पर साझा करते हुए कहा, ‘भाजपा के आईटी प्रकोष्ठ को काट-छांट, तोड़- मरोड़ करने, फज़र्जी-झूठी बातें फैलाने की आदत बन गई है, ताकि वह रोज़ मोदी सरकार की युवा विरोधी, किसान विरोधी, गरीब विरोधी नीतियों-विफलताओं व भारत के संविधान को खत्म करने की साज़िश से देशवासियों का ध्यान मटका सके।’
क्या था सुरजेवाला का बयान?
उनके मुताबिक, मेरा बयान केवल इतना था कि सार्वजनिक जीवन में सभी की जनता के प्रति जवाबदेही तय होनी चाहिए, चाहे वह नायब सैनी जी हों, या खट्टर जी या मैं खुद। सब अपने काम के दम पर बनते-बिगड़ते हैं, जनता सर्वोपरि है, और चुनाव में उसे अपने विवेक का इस्तेमाल कर चयन करना होता है।’
दिया स्पष्टीकरण
सुरजेवाला ने कहा, न तो मेरी मंशा हेमा मालिनी जी के अपमान की थी और न ही किसी को आहत करने की। इसीलिए मैंने साफ कहा कि हम हेमामालिनी जी का सम्मान करते हैं और वह हमारी बहू हैं। उन्होंने आरोप लगाया, भाजपा खुद महिला-विरोधी है, इसीलिए वह सब कुछ महिला विरोध के चश्मे से देखती समझाती है, और अपनी सहूलियत के अनुसार झूठ फैलाती है।”