केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री और रांची के सांसद संजय सेठ को फिरौती की धमकी मिलने का यह मामला गंभीर सुरक्षा चिंता को दर्शाता है। अपराधियों द्वारा 50 लाख रुपये की मांग और धमकी भरा संदेश भेजना न केवल एक आपराधिक कृत्य है, बल्कि एक वरिष्ठ जन प्रतिनिधि और केंद्रीय मंत्री की सुरक्षा को लेकर सवाल भी उठाता है।
मामले का विवरण:
- फिरौती की मांग:
- संजय सेठ के मोबाइल पर शुक्रवार शाम को धमकी भरा मैसेज आया, जिसमें 50 लाख रुपये की फिरौती की मांग की गई।
- अपराधियों ने उन्हें तीन दिन के भीतर राशि देने की चेतावनी दी, अन्यथा परिणाम भुगतने की धमकी दी।
- शुरुआती जांच:
- धमकी भरा मैसेज रांची के कांके क्षेत्र के एक मोबाइल नंबर से भेजा गया।
- इस घटना की सूचना संजय सेठ ने तुरंत दिल्ली के डीसीपी और झारखंड के डीजीपी अनुराग गुप्ता को दी।
- जाँच प्रक्रिया:
- पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है।
- धमकी देने वाले का पता लगाने के लिए तकनीकी सहायता और मोबाइल ट्रैकिंग का सहारा लिया जा रहा है।
- झारखंड पुलिस और दिल्ली पुलिस इस मामले में समन्वय स्थापित कर रही हैं।
- सुरक्षा पर सवाल:
- एक केंद्रीय मंत्री को धमकी मिलना सुरक्षा व्यवस्था की कमजोरी को उजागर करता है।
- यह घटना एक राजनीतिक व्यक्ति की सुरक्षा के प्रति अतिरिक्त सतर्कता की आवश्यकता को रेखांकित करती है।
राजनीतिक और सुरक्षा प्रभाव:
- सुरक्षा की पुनः समीक्षा: यह मामला मंत्री और उनके परिवार की सुरक्षा की समीक्षा की मांग करता है।
- प्रभावित क्षेत्र: घटना से कांके और रांची के आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षा स्थिति की पुनः जांच की जाएगी।
- राजनीतिक प्रतिक्रिया: इस घटना पर झारखंड की राजनीतिक पार्टियाँ भी प्रतिक्रिया दे सकती हैं, जो राज्य की कानून-व्यवस्था को लेकर सवाल उठा सकती हैं।
क्या बोले संजय सेठ?
जबरन वसूली का कॉल आने पर केंद्रीय मंत्री संजय सेठ ने कहा, “मैंने इसकी जानकारी पुलिस को दे दी है। मैं लगातार जनता से बातचीत कर रहा हूं पीएम मोदी हमेशा हमें जनता की सेवा के लिए अथक काम करने के लिए प्रेरित करते हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है। मुझे कल (जबरन वसूली के संबंध में) संदेश मिला और मैंने इस बारे में झारखंड के डीजीपी को सूचित कर दिया है।”
#WATCH | Ranchi, Jharkhand: On getting an extortion call, Union Minister Sanjay Seth says, "I have given the information regarding it to the police. I am continuously interacting with the public…PM Modi always motivates us to tirelessly work for the service of the public. The… pic.twitter.com/rEPjZ8MyLW
— ANI (@ANI) December 7, 2024