रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास की अगुवाई वाली मौद्रिक नीति समिति की द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा बैठक बुधवार से शुरू हुई. आज यानी शुक्रवार को भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर द्वारा बैठक में किए गए फैसलों की घोषणा की गई. RBI ने रेपो रेट को 6.50 प्रतिशत पर बरकरार रखा है. इसका मतलब है कि आपके होम लोन, कार लोन विभिन्न लोन पर की ईएमआई में कोई बदलाव नहीं होगा.
मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक में किये गये निर्णय की जानकारी देते हुए आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा, ‘‘एमपीसी के सभी छह सदस्यों ने परिस्थितियों पर गौर करने के बाद आम सहमति से रेपो दर को 6.5 प्रतिशत पर कायम रखने का फैसला किया.’
#WATCH | RBI Governor Shaktikanta Das says, "…After a detailed assessment of the evolving macroeconomic and financial developments and the outlook, RBI’s Monetary Policy Committee decided unanimously to keep the Policy Repo Rate unchanged at 6.5%" pic.twitter.com/H15Muuo97q
— ANI (@ANI) October 6, 2023
आरबीआई पॉलिसी की अहम बातें
- मजबूत मांग से घरेलू अर्थव्यवस्था जुझारू बनी हुई है।
- सितंबर में महंगाई दर में कुछ नरम आएगी। यानी महंगाई घटेगी।
- मौद्रिक समिति ने उदार रुख को वापस लेने का रुख बरकरार रखा है।
- एमपीसी मुद्रास्फीति के हिसाब से जरूरत के अनुरूप कदम उठाने को तैयार।
- पूंजीगत वस्तुओं के उत्पादन से संकेत मिलता है कि निजी क्षेत्र का निवेश बढ़ रहा है।
- रेपो दर में ढाई प्रतिशत की कटौती का पूरा लाभ अभी तक उपोभक्ताओं तक नहीं पहुंचा है।
- रिजर्व बैंक ने चालू वित्त वर्ष के लिए 6.5 प्रतिशत की वृद्धि दर के अनुमान को कायम रखा।
- केंद्रीय बैंक का अनुमान, 2023-24 में खुदरा मुद्रास्फीति 5.4 प्रतिशत रहेगी।
- सब्जियों की कीमत कम होने और रसोई गैस सिलेंडर के दाम में घटने से निकट भविष्य में मुद्रास्फीति में नरमी आएगी।
- खुदरा मुद्रास्फीति के अगले वर्ष 5.2 प्रतिशत पर आने की उम्मीद।
- तीसरी तिमाही में खाद्य मुद्रास्फीति में निरंतर कमी देखने को नहीं मिलेगी।
- खाद्य और ईंधन की कीमतों में अचानक वृद्धि से निपटने के लिए मौद्रिक नीति पूरी तरह तैयार होनी चाहिए।
- संपत्ति की गुणवत्ता में सुधार के साथ भारतीय बैंकिंग प्रणाली मजबूत बनी हुई है।
#WATCH | RBI Governor Shaktikanta Das says, "Macroeconomic stability and inclusive growth are the fundamental principles underlying our country's progress. The policy mix that we have pursued during recent years of multiple and unparalleled shocks has fostered macroeconomic &… pic.twitter.com/yzgTicueMl
— ANI (@ANI) October 6, 2023
जीडीपी ग्रोथ 6.5 फीसदी रहेगी
आरबीआई गवर्नर ने मौद्रिक पॉलिसी की घोषणा करते हुए कि ग्लोबल चुनौतियों के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था चालू वित्त वर्ष में 6.5 फीसदी की दर से बढ़ेगी। आरबीआई ने जीडीपी ग्रोथ रेट को बरकरार रखा है। चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में जीडीपी की दर 6 फीसदी पर बरकरार रखा है।
#WATCH | RBI Governor Shaktikanta Das says, "Taking all factors into consideration, Real GDP Growth for the current financial year 2023-24 is projected at 6.5%…The risks are evenly balanced. Real GDP Growth for the first quarter of next financial year 2024-25 is projected at… pic.twitter.com/OXyJ2y9I2C
— ANI (@ANI) October 6, 2023
अगले वर्ष खुदरा मुद्रास्फीति 5.2% पर आने की उम्मीद
इसके साथ ही केंद्रीय बैंक ने चालू वित्त वर्ष 2023-24 के लिए अपने आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान को भी 6.5 प्रतिशत पर यथावत रखा है. चालू वित्त वर्ष के लिए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति के अनुमान को भी 5.4 प्रतिशत पर कायम रखा गया है. आरबीआई गवर्नर ने कहा कि खुदरा मुद्रास्फीति के अगले वर्ष 5.2 प्रतिशत पर आने की उम्मीद है. वहीं, तीसरी तिमाही में खाद्य मुद्रास्फीति में निरंतर कमी देखने को नहीं मिलेगी.