मुंबई में मालाड पुलिस ने एक बेहद शातिर और योजनाबद्ध तरीके से चोरी करने वाले अपराधी को गिरफ्तार किया है, जिसने अकेले ही 36 लाख रुपये के हीरे-जड़ित गहने समेत कुल 41 लाख रुपये की चोरी को अंजाम दिया था। आरोपी की पहचान रंजीत कुमार उर्फ मुन्ना के रूप में हुई है, जो बिहार के खगड़िया का निवासी है।
चोरी का मास्टरमाइंड: ‘मुन्ना’ की चालबाज़ी
रणनीति | विवरण |
---|---|
दिन में रेकी | भीड़भाड़ वाले रेलवे स्टेशन और आस-पास की गलियों में |
रात में चोरी | रेलवे ट्रैक पर कपड़े बदलकर वारदात को अंजाम देता था |
CCTV से बचने की तरकीब | वारदात के बाद रास्ता बदलता, रेलवे ट्रैक पर घूमता, वेश बदलता |
मुख्य क्षेत्र | मालाड, कांदिवली, बोरीवली, दिंडोशी – खासकर स्टेशन के आस-पास |
जब्त सामग्री: भारी भरकम चोरी का सबूत
वस्तु | अनुमानित कीमत |
---|---|
हीरे-जड़े गहने | ₹36 लाख |
1 किलो चांदी | ₹80,000 (लगभग) |
बैंक फ्रिज और नकद | ₹13 लाख |
चोरी के औज़ार (कटवनी, हथौड़ा) | – |
सोना पिघलाने की मशीन | – |
मालवणी में घर खरीद | ₹6 लाख नकद |
बिहार में ज़मीन खरीद | ₹10 लाख |
कुल ज़ब्ती मूल्य | ₹41 लाख से अधिक |
पुलिस कार्रवाई और जांच की गहराई
- मार्च से पुलिस आरोपी की तलाश में थी।
- 100 से 150 CCTV फुटेज खंगाले गए।
- मुन्ना की लोकेशन मालवणी में ट्रेस हुई।
- पुलिस ने मालवणी में जाल बिछाकर गिरफ्तारी की।
- अब तक उसकी गिरफ्तारी से 8 केस सॉल्व हो चुके हैं।
जांच के अहम बिंदु
- क्या इस चोरी में मुन्ना के साथ कोई गैंग या साथी भी था?
- सोना पिघलाने की मशीन से कितनी चोरी का माल गलाया और बेचा गया?
- क्या बिहार में ज़मीन और मुंबई में घर खरीदने में काले धन का इस्तेमाल हुआ?
- इस गिरोह का नेटवर्क मुंबई तक सीमित है या दूसरे राज्यों में भी फैला है?