चारधाम यात्रा को लेकर उत्तराखंड सरकार ने यात्रियों के लिए एक बड़ी राहत की घोषणा की है। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशानुसार गढ़वाल आयुक्त और चारधाम यात्रा प्रशासन के अध्यक्ष, श्री विनय शंकर पांडेय ने हरिद्वार और ऋषिकेश में चारधाम यात्रा के लिए निर्धारित पंजीकरण सीमा को समाप्त करने का निर्णय लिया है।
इस निर्णय के तहत अब श्रद्धालु हरिद्वार और ऋषिकेश के पंजीकरण काउंटर पर स्वंय उपस्थित होकर सीधे चारधाम, दो धाम या किसी एक धाम के लिए पंजीकरण कर सकेंगे। इस सुविधा के लागू होने से यात्रियों को अब पहले से पंजीकरण कराने की आवश्यकता नहीं होगी और वे अपनी यात्रा को और अधिक सुगम बना सकेंगे। यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू हो गया है और इसका उद्देश्य चारधाम यात्रियों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करना है।
गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडेय ने बताया कि वर्तमान में चारों धामों में भीड़ सामान्य हो गई है, जिसके चलते यह निर्णय लिया गया है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जी के निर्देशानुसार जनहित में यह कदम उठाया गया है, जिससे कि यात्रियों को यात्रा के दौरान किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।
गढ़वाल आयुक्त ने जानकारी दी कि इस वर्ष चारधाम यात्रियों की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है। पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष श्रद्धालुओं की संख्या में लगभग डेढ़ गुना वृद्धि दर्ज की गई है। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष यात्रा प्रारम्भ के पहले महीने में 12,35,517 श्रद्धालुओं ने चारधाम के दर्शन किए थे, जबकि इस वर्ष अब तक 19,64,912 श्रद्धालु चारधाम के दर्शन कर चुके हैं।
उत्तराखंड सरकार के इस निर्णय से श्रद्धालुओं में उत्साह है और इससे यात्रा को सुगम और सरल बनाने में मदद मिलेगी। चारधाम यात्रा के प्रबंधन और प्रशासन की ओर से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि सभी यात्रियों को उचित सुविधाएं और सुरक्षा प्रदान की जाएं, ताकि वे अपनी धार्मिक यात्रा को शांतिपूर्वक और सुरक्षित रूप से संपन्न कर सकें।