कच्छ के विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता पर हुए हमले को अभी कुछ ही दिन हुए है और इसी बीच पाटन जिले से भी एक और गंभीर घटना सामने आई है। घटना गंभीर इस वजह से है, क्योंकि इस बार एक हिंदू संगठन से जुडी महिला कार्यकर्ता पर हमला किया गया है। पाटन जिले के सांतलपुर तहसील में सिधाड़ा गाँव की दुर्गा वाहिनी की स्वयंसेविका पर सादिक खान नाम के मुस्लिम लड़के ने हमला करके अगवा करने का प्रयत्न किया।
जानकारी के मुताबिक, घटना पाटन जिले के सांतलपुर थाना क्षेत्र के सिंधरा गाँव में 27 जुलाई 2024 को घटी। पीड़िता की पहचान रामिलाबेन परमार के तौर पर हुई है। महिला अपने परिजनों के साथ ही गाँव में रहती है वहीं घटना का आरोपित सादिक खान भी उसी गाँव का है। पीड़िता की ओर से दर्ज शिकायत के मुताबिक, प्राथमिकी में उसने कहा है कि काम करने के बाद जब वह अपने मुँहबोले भाई गमन भरवाड़ के साथ बाइक से घर लौट रही थी, तो शाम करीब साढ़े सात बजे केमिकल फैक्ट्री के पास सादिक मिला जिसने उनकी बाइक के आगे कार रोकी। सादिक के साथ एक अन्य व्यक्ति भी था, जिसकी पहचान नहीं हो सकी है। जब ऐसी हरकत पर महिला ने सादिक से पूछा कि उसने ये ऐसा क्यों किया तो सादिक ने बिना कोई जवाब दिए उसके बाल पकड़ लिए और उसे थप्पड़ मारना शुरू कर दिया।
अचानक हुए हमले के बाद गमन भरवाड़ बीच में गिर गए और जब उन्होंने खुद को बचाने की कोशिश की तो उन पर भी हमला कर दिया गया। शिकायत के मुताबिक, इसी दौरान सादिक ने अपने साथ आए शख्स को कहा कि वो विहिप कार्यकर्ता को गाड़ी में डाले। उसने कहा, “इसे गाड़ी में डालो, आज ये जान से मरेगी।” बाद में वो लोग भाग गए। शिकायत के मुताबिक, वहाँ से जाने से पहले सादिक ने महिला को धमकी देते हुए कहा, “दुर्गा वाहिनी का काम छोड़ दे, आज तो तू बच गई लेकिन दोबारा आई तो जान से मार डालूँगा।”
घटना के बाद दुर्गा वाहिनी सेविका रमिला ने परिजनों को सूचना दी और सब संतालपुर पुलिस स्टेशन पहुँचे। बाद में इस मामले में शिकायत दर्ज कराई गई। पुलिस ने सादिक के खिलाफ भारतीय न्यायिक संहिता की सुसंगत धाराओं और गुजरात पुलिस अधिनियम की धारा 135 के तहत मामला दर्ज करके कार्रवाई की जा रही है।
मामले की अधिक जानकारी पाने के लिए संतालपुर पुलिस से भी संपर्क किया। पुलिस ने बताया कि मामले में कार्रवाई जारी है, आरोपित सादिक गिरफ्तार हो चुका है। पुलिस अब आरोपित के साथ गए एक अन्य व्यक्ति की तलाश कर रही है।
पीड़िता की बहन से बात
इस मामले की पूछताछ के दौरान पीड़िता बहन भगवती परमार से भी बात की। भगवती विश्व हिंदू परिषद और दुर्गा वाहिनी की भी सक्रिय कार्यकर्ता हैं। उन्होंने बताया, “कल मेरी बहन को काम से आने में देर हो गई तो मैंने अपने मुँहबोले भाई को, जो गाँव में ही रहता है, उसे अपनी बहन को लेने के लिए भेजा। इसी दौरान सादिक उसके पीछे था और वीडियो बना रहा था। उनका इरादा वीडियो बनाकर बाइक पर आ रहे मेरे भाई-बहनों को बदनाम करने का था, तो मेरी बहन ने उससे वीडियो न बनाने को कहा। यह सुनकर वह कार में घुसा, उन्हें खड़ा रखा और बहन को पीटना शुरू कर दिया।”
उन्होंने कहा, ”ये वीडियो तो एक बहाना था। मूलतः उन लोगों को हमारी दुर्गा वाहिनी और विश्व हिंदू परिषद में काम करने से आपत्ति है। पिछले 15 दिनों से हम लोगों को परेशान किया जा रहा है। उन्होंने साफ धमकी दी थी कि वह हिंदुत्व का मुद्दा नहीं छोड़ेंगे तो उन्हें मार डाला जाएगा। पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है,हमारे संगठन हमारे साथ हैं और मामले को लेकर बैठकें चल रही हैं।”
भगवती परमार ने बताया कि गाँव में 50% से अधिक मुस्लिम आबादी है और सरपंच भी उन्हीं में से है। उन्होंने यह भी कहा कि मंदिर में आरती, हनुमान चालीसा, नवरात्रि या रामनवमी जैसे त्योहारों के दौरान उन लोगों को हमेशा परेशान किया जाता है। उन्होंने कहा, “हममें से कई हिंदू युवक-युवतियाँ संगठन में काम करते हैं, इसलिए गाँव के मुसलमान उन्हें संगठन छोड़ने की धमकी देते रहते हैं। उनका खौफ इतना है कि कोई भी उनके खिलाफ नहीं बोलता। हिंदुओं को कहा जाता है कि उन्हें घर पर ही रहना होगा। यहाँ तक कि हमारे गाँव में हनुमान चालीसा करने पर भी पिटाई की जाती है।”
संगठनों ने की न्याय की माँग
दूसरी ओर, पाटन की दुर्गा वाहिनी के स्वयंसेवक पर हमले का मामला सामने आने के बाद विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल और गुजरात की दुर्गा वाहिनी समेत हिंदू संगठनों में आक्रोश फैल गया। घटना को लेकर तुरंत अलग-अलग जगहों पर बैठकों का दौर शुरू हो गया है। संगठन इस मामले में न्याय की माँग को लेकर विभिन्न कार्यक्रम भी आयोजित करने जा रहा है। पता चला है कि जल्द ही साधु संत पीड़ित परिवार से मुलाकात करेंगे और उन्हें न्याय दिलाने के लिए हनुमान चालीसा का पाठ समेत सार्वजनिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएँगे।