मध्य प्रदेश के सतना जिले के मझगवां से हिन्दू नाबालिग के साथ इरशाद खान नाम के मुस्लिम आरोपी द्वारा रेप करने औऱ जबरन इस्लामिक कन्वर्जन करने का मामला प्रकाश में आय़ा है। पीड़िता चार दिन तक आरोपियों के कब्जे में रही औऱ चार दिन के बाद पुलिस ने उसे आरोपियों के कब्जे से रेस्क्यू किया। मामले पुलिस ने पोक्सो एक्ट और अवैध धर्मान्तरण व रेप का केस आरोपी के खिलाफ दर्ज किया है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, पीड़ित हिन्दू नाबालिग लड़की (15) को 23 तारीख को किडनैप कर लिया गया था। उसके घर वालों ने उसकी काफी तलाश की, लेकिन वे उसे ढूंढने में विफल रहे। इसके बाद उन्होंने पुलिस में बच्ची की गुमशुदगी का केस दर्ज कराया। इसके बाद पुलिस की टीम ने उन्हें ढूंढना शुरू कर दिया। चार दिन बाद पुलिस ने बच्ची को सतना जिले के ही मझगवां इलाके में स्थित एक घर से बरामद कर लिया।
बाद में पीड़िता ने पुलिस को बताया कि उसे इरशाद खान ने किडनैप किया था। इसमें उसके साथ तीन अन्य महिलाएं और एक नाबालिग (बाद में पता चला) भी शामिल था। पीड़िता के मुताबिक, इरशाद ने उसका अपहरण करने के बाद उसके साथ रेप किया। बाद में जबरन उससे इस्लाम कबूल करवाया। इस मामले में पुलिस ने इरशाद खान के साथ-साथ सभी आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी), यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (POCSO) अधिनियम और मध्य प्रदेश धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम के तहत केस दर्ज किया है। बताया जाता है कि खान एक स्क्रैप डीलर है और उसका परिवार भी नाबालिग के अपहरण और जबरन इस्लामिक कन्वर्जन में शामिल था।
इस मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, नाबालिग आरोपी को रिहैबिलिटेशन सेंटर में रखा गया है। हिंदू संगठनों ने एक पुलिस स्टेशन के बाहर देर रात प्रदर्शन किया और अधिकारियों से कथित अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह किया। आगजनी की सूचना मिलते ही एडिशनल एसपी विक्रम सिंह कुशवाह समेत वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे।