भारतीय स्टेट बैंक (SBI) द्वारा 16 मई 2025 से लागू एफडी ब्याज दरों में कटौती आम जमाकर्ताओं और खासकर वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक महत्वपूर्ण वित्तीय झटका है।
सामान्य नागरिकों के लिए ब्याज दरें
(₹3 करोड़ से कम राशि पर)
🕒 अवधि | 📉 पुरानी दर (15 अप्रैल तक) | 📉 नई दर (16 मई से) |
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7 दिन – 45 दिन | 3.5% | 3.3% |
46 दिन – 179 दिन | 5.5% | 5.3% |
180 दिन – 210 दिन | 6.25% | 6.05% |
211 दिन – 1 वर्ष से कम | 6.5% | 6.3% |
1 वर्ष – 2 वर्ष से कम | 6.7% | 6.5% |
2 वर्ष – 3 वर्ष से कम | 6.9% | 6.7% |
3 वर्ष – 5 वर्ष से कम | 6.75% | 6.55% |
5 वर्ष – 10 वर्ष | 6.5% | 6.3% |
“अमृत वृष्टि” स्पेशल एफडी दर में भी कटौती
⏱️ अवधि | 🧓 आम जनता | 👴 वरिष्ठ नागरिक |
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444 दिन | 6.85% | 7.35% |
पहले दरें थीं: आम जनता के लिए 7.05%, वरिष्ठ नागरिकों के लिए 7.55%
वरिष्ठ नागरिकों के लिए नई दरें
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सामान्य एफडी: 4% से 7.50% तक (एसबीआई वी केयर योजना सहित)
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“एसबीआई वी केयर” स्पेशल स्कीम: ~7.50% तक
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सुपर सीनियर सिटीजन (80 वर्ष+): 7.45% प्रति वर्ष
क्या है असर?
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बचत पर रिटर्न घटेगा: छोटी अवधि हो या लंबी, सभी एफडी योजनाओं पर रिटर्न घटेगा।
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सीनियर सिटीजन्स पर प्रभाव: जिनकी आय का प्रमुख स्रोत एफडी ब्याज है, उन्हें अब पहले से कम ब्याज मिलेगा।
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वैकल्पिक निवेश विकल्पों की तलाश: लोग अब म्यूचुअल फंड, डिबेंचर, या सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड जैसे विकल्पों की ओर रुख कर सकते हैं।
एसबीआई की लगातार दूसरी कटौती (एक महीने में)
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पहली कटौती: 15 अप्रैल 2025
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दूसरी कटौती: 16 मई 2025
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यह दिखाता है कि एसबीआई संभवतः ब्याज दरों में और गिरावट के संकेत दे रहा है, जो आरबीआई की मौद्रिक नीति से भी जुड़ा हो सकता है।