राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र के पूर्व सह-क्षेत्र संघसंचालक रामकुमार जी का 19 फरवरी को प्रातः उनके आवास पर निधन हो गया। वे 80 वर्ष के थे। उनका जन्म 19 जुलाई 1943 को उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में हुआ था।
शिक्षा के प्रति गहरी रुचि रखने वाले रामकुमार जी ने गणित विषय से एमएससी किया और कमलापुर इंटर कॉलेज, सीतापुर में गणित के प्रवक्ता के रूप में कार्य किया। छात्र जीवन से ही वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े और 1970 में संघ शिक्षा वर्ग (प्रथम वर्ष) तथा 1972 में संघ शिक्षा वर्ग (द्वितीय वर्ष) का प्रशिक्षण प्राप्त किया। इसके बाद वे पूर्ण रूप से संघ कार्य में सक्रिय हो गए।
आपातकाल (1975-77) के दौरान 4 दिसंबर 1975 को उन्हें जेल भेज दिया गया। जेल में भी वे अपने शिक्षण कार्य को जारी रखते रहे। उनकी गणितीय दक्षता को देखकर डिप्टी जेलर उन्हें प्रतिदिन अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए बुलाते थे।
संघ में उन्होंने तहसील कार्यवाह, सीतापुर के जिला कार्यवाह, विभाग कार्यवाह, 1996 में अवध प्रांत के सह प्रांत कार्यवाह, 2000 में पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र के क्षेत्र कार्यवाह और 2021 में पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र के सह क्षेत्र संघचालक का दायित्व संभाला।
रामकुमार जी राम जन्मभूमि आंदोलन से गहराई से जुड़े रहे। 7 अक्टूबर 1984 को अयोध्या में हुई पहली संकल्प सभा में उन्होंने भाग लिया। 14 अक्टूबर 1984 को जब राम-जानकी रथ लखनऊ के बेगम हजरत महल पार्क पहुंचा, तब वहां आयोजित विशाल जनसभा में भी वे सक्रिय रूप से उपस्थित थे। राम मंदिर आंदोलन के विभिन्न चरणों में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही।
उनके निधन से संघ परिवार और राष्ट्रवादी विचारधारा के कार्यकर्ताओं में शोक की लहर है। उनका जीवन संगठन, राष्ट्रसेवा और हिंदुत्व के प्रति समर्पण का उदाहरण है।