टोंस वन प्रभाग में अवैध रूप से हजारों पेड़ों पर आरी चलाकर लकड़ियों की तस्करी मामले में वन निगम के सात अधिकारियों को आरोपी बनाते हुए निलंबन के आदेश दे दिए गए हैं। इस प्रकरण में डीएफओ सहित कई अधिकारियों पर पहले ही निलंबन की गाज गिर चुकी है।
वन निगम के एमडी के एम राव ने टोंस वन तस्करी मामले में डीएलएम रामकुमार, सत्येश्वर लोहनी, अजीत कुमार, सोहन, विजय पाल, पदमदास एक अन्य को निलंबित कर दिया है। पुरोला टोंस क्षेत्र में वन विभाग ने वन निगम को गिरे हुए पेड़ को काटने की अनुमति दी थी, लेकिन वन निगम कर्मियों ने गिरे पेड़ तो उठाए नहीं, खड़े हरे पेड़ों की कटाई कर दी। जिसके बाद ये मामला सुर्खियो में आया।
अभी इस मामले में शासन स्तर से भी बड़ी कारवाई किए जाने के संकेत मिले हैं। माना जा रहा है कि एक-दो दिन में सीएम कार्यालय से भी एक्शन होने की संभावना है। अभी तक इस प्रकरण में करीब सात हजार पेड़ों की बरामदगी हो चुकी है जबकि काटे गए पेड़ों की संख्या कहीं ज्यादा बताई गई है और इसमें सफेदपोश, वन तस्कर और वन विभाग के भ्रष्ट लोगों का गठजोड़ सामने आया है।