हजारीबाग के शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज में 12 अगस्त को एक सजायाफ्ता कैदी शाहिद अंसारी ने हवलदार चौहान हेंब्रम की लोहे की रॉड से मारकर हत्या कर दी थी और फरार हो गया था। उसे गाजियाबाद से गिरफ्तार किया गया है। शाहिद अंसारी की भागने में मदद करने वाले शमीम अंसारी को भी पुलिस ने पकड़ा है। मंगलवार (20 अगस्त 2024) की रात गाजियाबाद के रिश्तेदार के घर से उसे गिरफ्तार किया गया।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 41 साल का शाहिद अंसारी पॉक्सो-मर्डर केस में धनबाद सेंट्रल जेल में सजा काट रहा था। तबियत खराब होने के बाद उसे हजारीबाग की जेल में भेजा गया था। जहाँ से उसे इलाज के लिए हजारीबाग के शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज के कैदी वार्ड में रखा गया था। करीब 2 सप्ताह से उसका इलाज चल रहा था। लेकिन 12 अगस्त को उसने ड्यूटी पर तैनात हवलदार चौहान हेंब्रम पर लोहे की रॉड से हमला कर उसकी हत्या कर फरार हो गया था। अब उसे मंगलवार की रात गाजियाबाद से उसके रिश्तेदार के घर से पकड़ा गया है।
जनजातीय समुदाय से आने वाले हवलदार चौहान हेंब्रम के परिवार ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात की थी और हत्यारोपी की जल्द गिरफ्तारी की माँग की थी। हजारीबाग के एसपी अरविंद कुमार ने बताया बताया कि शाहिद अंसारी को पकड़ने के लिए 7 सदस्यीय एसआईटी बनाई गई थी। इसकी मॉनिटरिंग वो खुद कर रहे थे। इस टीम ने टेक्निकल मदद लेते हुए अपराधी को धर दबोचा, जिसमें मुखबिर भी मददगार साबित हुए।
शाहिद अंसारी पर दो मामले धनबाद में चल रहे थे। उस पर सुदामडीह थाना में केस संख्या 40/17 के तहत धारा 341, 323, 354,356D, 306, रेप समेत पोक्सो का मामला दर्ज है। वहीं पाथरडीह थाना में कांड संख्या 40/ 18 के तहत धारा 302 ,201, 382 के तहत मामला दर्ज है। कोर्ट ने उसे उम्र कैद की सजा सुनाई है। वो मूल रूप से धनबाद का रहने वाला है। अब पुलिस ने उसके सहयोगी शमीम को भी गिरफ्तार कर लिया है। इस बीच, बुधवार (21 अगस्त 2024) को हजारीबाग एसआईटी ने गाजियाबाद में उसकी ट्रांजिड रिमांड की कार्रवाई पूरी की और उसे अपने कब्जे में ले लिया है।