महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (SP) के प्रमुख शरद पवार ने आज बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की है. उनकी यह मुलाकात राज्य में विधानसभा चुनाव खत्म होने और महायुति गठबंधन के सत्ता में आने के कुछ दिनों के बाद हुई. माना जा रहा है कि मुलाकात के दौरान सीनियर पवार ने पीएम मोदी को नई दिल्ली में होने वाले मराठी साहित्य सम्मेलन का न्योता दिया है.
सूत्रों के अनुसार, दिल्ली में अखिल भारतीय मराठी साहित्य सम्मेलन होने जा रहा है. ऐसे में पवार ने मराठी साहित्य सम्मेलन का निमंत्रण पत्र देने के लिए संसद भवन में पीएम मोदी से मुलाकात की है. पवार इस सम्मेलन के स्वागताध्यक्ष हैं.
किसानों ने PM मोदी को दिए अनार के डिब्बे
पीएम मोदी से मुलाकात के दौरान शरद पवार अपने साथ महाराष्ट्र से आए 2 किसानों को भी ले गए थे. पवार ने पश्चिमी महाराष्ट्र के फलटन के 2 किसानों के साथ संसद भवन स्थित प्रधानमंत्री के कार्यालय में उनसे मुलाकात की और उन्हें अपने खेत से अनार का एक डिब्बा भेंट किया.
Rajya Sabha MP and former Union Minister Shri Sharad Pawar, along with a group of farmers, met PM @narendramodi today.@PawarSpeaks pic.twitter.com/zAYUz06KCH
— PMO India (@PMOIndia) December 18, 2024
हाल ही में पूर्व सीएम पवार ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर अगले साल फरवरी में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित होने वाले 98वें अखिल भारतीय मराठी साहित्य सम्मेलन का उद्घाटन करने के लिए न्योता दिया था. यह मराठी साहित्य सम्मेलन 21 से 23 फरवरी तक आयोजित किया जाएगा.
#WATCH | Delhi: NCP-SCP chief Sharad Pawar met PM Narendra Modi today in the Parliament regarding pomegranate issue of farmers.
Visuals as he leaves from the Parliament. pic.twitter.com/5diMYHVCno
— ANI (@ANI) December 18, 2024
साहित्य सम्मेलन को लेकर बातचीत नहींः पवार
पीएम मोदी से मुलाकात के बाद शरद पवार ने कहा, “मैंने मराठी साहित्य सम्मेलन के विषय पर बात नहीं की.” पीएम मोदी से मुलाकात के बाद जब शरद पवार से महाराष्ट्र की राजनीति और वन नेशन एंड वन इलेक्शन को जुड़े सवाल पूछे गए तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया.
महाराष्ट्र में पिछले महीने नवंबर में राज्य में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस- एनसीपी (एसपी) और शिवसेना (यूबीटी) गठबंधन MVA को करारी हार का सामना करना पड़ा था. चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) की अगुवाई वाली महायुति गठबंधन को बड़ी जीत हासिल हुई थी. महायुति में बीजेपी के अलावा एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजित पवार की एनसीपी शामिल है.
288 सदस्यीय विधानसभा में महायुति गठबंधन ने 235 सीटों पर जीत हासिल की. जबकि एमवीए महज 46 सीटों पर सिमट गई.