भारत विरोधी टिप्पणी करने के बाद भारत और मालदीव के बीच राजनयिक विवाद की शुरुआत हो गया है। इस बीच, मालदीव में भारतीय उच्चायुक्त ने मालदीव के MoFA में बड़े राजदूत डॉ. अली नसीर मोहम्मद से मुलाकात की।
कई अटकलों पर लगा पुर्नविराम
हालांकि, इसको लेकर अटकलें लग रही थी कि यह बैठक भारत द्वारा मालदीव के उच्चायुक्त को तलब करने के कारण है, लेकिन इसी बीच मालदीव में भारतीय उच्चायोग की ओर से एक पोस्ट शेयर किया गया है। दरअसल, भारत विरोधी बयान देने के बाद भारत सरकार की ओर से नई दिल्ली में मौजूद मालदीव के राजदूत को तलब किया था।
High Commissioner Munu Mahawar had a pre-arranged meeting with H.E. Dr Ali Naseer Mohamed, Ambassador at Large, at MoFA, Maldives, today to discuss bilateral issues.
— India in Maldives (@HCIMaldives) January 8, 2024
भारतीय उच्चायुक्त ने दिया स्पष्टीकरण
मालदीव में मौजूद भारतीय उच्चायोग ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर उच्चायुक्त से मिलने की जानकारी दी। उच्चायोग ने पोस्ट किया, “मालदीव में भारत के उच्चायुक्त मुनु महावर ने आज मालदीव के विदेश मंत्रालय के राजदूत डॉ अली नसीर मोहम्मद के साथ एक पूर्व-निर्धारित बैठक की। इस बैठक में दोनों राजनयिकों ने द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की है।”
भारत सरकार ने किया तलब
दरअसल, सोमवार (8 जनवरी) को भारत में मालदीव के राजदूत इब्राहिम साहिब को समन किया गया था। राजदूत इब्राहिम से मालदीव के कई मंत्रियों के जरिए भारत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट करने पर कड़ी चिंता व्यक्त की गई। हालांकि, मालदीव सरकार ने पीएम मोदी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियों को लेकर रविवार को ही तीन मंत्रियों को निलंबित कर दिया और इस टिप्पणी से किनारा काट लिया।