: महाराष्ट्र की राजनीति में रविवार (2 जुलाई) को उस समय अचानक भूचाल आ गया, जब यह बात सामने आई कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता अजित पवार (AJit Pawar) अपनी पार्टी को तोड़कर एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) सरकार में शामिल होने जा रहे हैं. अजित पवार के इस कदम ने महाराष्ट्र में राजनीतिक सरगर्मी तेज कर दी और एनसीपी दो हिस्सों में बंट गई. अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले लिया है, लेकिन अब सबकी नजरें उनके चाचा शरद पवार (Sharad Pawar) पर है कि आखिर उनका अगला कदम क्या होगा. तो चलिए इससे पहले आपको महाराष्ट्र की राजनीति की 10 बड़ी बातें बताते हैं कि अब तक क्या-क्या हुआ.
अजित पवार (Ajit Pawar) ने रविवार को पार्टी के विधायकों के साथ अपने आवास पर बैठक की और इसके बाद सीधे राजभवन पहुंचे, जहां उन्होने 8 अन्य विधायकों के साथ शपथ ली. अजित पवार को एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) सरकार में उपमुख्यमंत्री पद दिया गया है. अजित पवार ने कई विधायकों के समर्थन का दावा किया है और कहा है कि कई अन्य विधायक हमारे साथ हैं, लेकिन अभी तक वे पहुंच नहीं पाए हैं.
शरद पवार (Sharad Pawar) द्वारा 1999 में स्थापित राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) को उस समय फूट का सामना करना पड़ा, जब उनके भतीजे अजित पवार सहित पार्टी के नौ विधायक एकनाथ शिंदे नीत महाराष्ट्र सरकार में शामिल हो गए. इनमें शरद पवार के वफादार कहलाने वाले छगन भुजबल और दिलीप वालसे पाटिल भी शामिल हैं.
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष जयंत पाटिल ने रविवार को कहा कि उनकी पार्टी ने एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली राज्य सरकार में उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले अजित पवार और मंत्री पद की शपथ लेने वाले आठ अन्य विधायकों के खिलाफ अयोग्यता याचिका दायर की है. जयंत पाटिल ने कहा कि अयोग्यता याचिका विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर को भेज दी गई है. उन्होंने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग को भी एक ई-मेल भेजा गया है, जिसमें बताया गया है कि राकांपा के नेता और कार्यकर्ता पार्टी प्रमुख शरद पवार के साथ हैं.
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता अजित पवार (Ajit Pawar) के उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद पार्टी की कार्यकारी अध्यक्ष और उनकी चचेरी बहन सुप्रिया सुले (Supriya Sule) ने कहा कि राकांपा के मौजूदा घटनाक्रमों का विपक्षी दलों की एकता पर कोई असर नहीं पड़ेगा. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इस घटनाक्रम के बाद उनके पिता और राकांपा प्रमुख शरद पवार का कद और बढ़ेगा. हमारी पार्टी की विश्वसनीयता में भी और इजाफा होगा.
बताया जा रहा है कि पिछले महीने सुप्रिया सुले (Supriya Sule) को पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया जाना अजित पवार (Ajit Pawar) के विद्रोह का कारण बना. हालांकि इसके बाद भी सुप्रिया सुले ने अजित पवार को एक बहन की तरह प्रेम देने की बात की. उन्होंने कहा कि अजित पवार के भिन्न विचार हो सकते हैं, लेकिन वह अपने बड़े भाई से कभी नहीं लड़ सकतीं और हमेशा एक बहन की तरह उनसे प्रेम करेंगी. सुप्रिया सुले ने कहा कि वह व्यक्तिगत और पेशेवर संबंधों को आपस में नहीं मिलाएंगी.
अजित पवार (Ajit Pawar) के पार्टी से बगावत पर शरद पवार (Sharad Pawar) ने कहा कि एनसीपी में नया नेतृत्व तैयार करेंगे और जब पार्टी में इस तरह की परिस्थितियां उत्पन्न होती हैं, जो उन्हें काम करने के लिए ज्यादा ऊर्जा मिलती है. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि वह भविष्य के लिए भी पार्टी का चेहरा हैं. उन्होने कहा कि हमने चार साल पहले पीएम मोदी का विरोध करते हुए चुनाव लड़ा था, लेकिन अब अचानक क्या हो गया? असली बात यह है कि वे जाना चाहते थे, क्योंकि उन्हें सत्ता की जरूरत थी.
उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के साथ ही अजित पवार (Ajit Pawar) ने एनसीपी पार्टी और उसके चुनाव चिह्न पर भी दावा कर दिया है. अजित पवार ने दावा किया कि पार्टी के सभी विधायक मेरे साथ हैं और हमने एक पार्टी के रूप में समर्थन दिया है. इसके साथ ही उन्होंने पार्टी पर दावा करते हुए कहा कि हम आगे भी एनसीपी के चुनाव चिह्न पर ही चुनाव लड़ेंगे.
एनसीपी सूत्रों के मुताबिक पार्टी ने जीतेंद्र अव्हाड को चीफ व्हिप और विपक्ष का नेता बनाया है. इससे पहले अनिल पाटिल एनसीपी के चीफ व्हिप थे, जिन्होंने अजीत पवार (Ajit Pawar) के साथ मंत्रिमंडल में शपथ लें ली है. जितेंद्र आव्हाड ठाणे की मुंब्रा-कलवा सीट से लगातार तीन बार से महाराष्ट्र विधानसभा के सदस्य हैं. हालांकि, अभी तक विधानसभा अध्यक्ष के पास व्हिप और NCP विधानसभा नेता प्रतिपक्ष और विधायक दल के नेता के तौर पर जितेंद्र अव्हाण की नियुक्ति को लेकर कोई भी पत्र नहीं मिला है. पहले विधानसभा अध्यक्ष यह तय करेंगे के कि पार्टी किसके पास है, चुनाव चिंह किसके पास है और पार्टी का असली नेता प्रतिपक्ष कौन है. उसके बाद मेंबरशिप के आधार पर पार्टी पर फैसला होगा. राज्यपाल को पत्र देते समय तक NCP विधानमंडल दल के नेता के तौर पर शिंदे सरकार को सपोर्ट किया है. पहले पार्टी पर फैसला होगा, फिर व्हिप पर फैसला होगा
महाराष्ट्र एनसीपी अध्यक्ष जयंत पाटिल (Jayant Patil) ने बताया कि पार्टी अध्यक्ष शरद पवार (Sharad Pawar) ने पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं और नेताओं की बैठक बुलाई है. शरद पवार के नेतृत्व में यह बैठक 5 जुलाई को होगी, जिसमें महाराष्ट्र के सभी कार्यकर्ता भाग लेंगे.
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) में बगावत के बाद कांग्रेस भी हरकत में आ गई है और पार्टी को एकजुट रखने के प्रयास के तहत कांग्रेस ने मंगलवार (4 जुलाई) को सभी विधायकों की एक बैठक बुलाई है. इस बीच कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने शरद पवार को समर्थन दिया है. इन नेताओं ने शरद पवार से फोन पर बात भी की.