सोशल मीडिया में एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें एक महिला सरकारी बस के कंडक्टर के हरी टोपी पहनने पर सवाल उठा रही हैं। वह कह रही हैं कि यह वर्दी का हिस्सा नहीं है। ऐसे में यदि उसे अपने मजहब का पालन करना है तो यह उसे अपने घर या मस्जिद में करनी चाहिए। कुछ देर की बहस के बाद कंडक्टर को टोपी उतारनी पड़ती है।
Woman makes Muslim bus conductor take off his cap the woman said- Be it home or mosque, follow your religion#Bengaluru #BusConductor #BMTC pic.twitter.com/9WWSOMwFRC
— The National Bulletin (@TheNationalBul1) July 12, 2023
यह वीडियो करीब 11 दिन पुरानी बताई जा रही है। बस बस बेंगलुरु मेट्रोपोलिटन ट्रांसपोर्ट कार्पोर्टेशन (BMTC) की है। कन्नड़ भाषा में बातचीत का वायरल वीडियो 1 मिनट 42 सेकेंड का है। इसमें बस कंडक्टर हरे रंग की नमाजी टोपी पहने दिखाई दे रहा है। इसको लेकर एक महिला यात्री उससे पूछती है कि क्या ड्यूटी के दौरान वर्दी के साथ टोपी पहनने की अनुमति है? महिला कंडक्टर से कहती है, “सरकारी कर्मचारी होने के कारण अपने मजहब का पालन आपको अपने घर या मस्जिद में करना चाहिए न कि इस तरह से सार्वजनिक जगहों पर।”
वर्दी और कानून को लेकर महिला के सवाल पूछने पर कंडक्टर कहता है कि वह सालों से टोपी पहनकर ड्यूटी कर रहा है। लेकिन आज तक किसी ने इस पर आपत्ति नहीं जताई। लेकिन महिला वर्दी में ड्यूटी करने पर कानून का पालन करने की बात पर अड़ी रहती है। इसके बाद कंडक्टर को टोपी उतारकर अपनी जेब में रखनी पड़ती है
बहस के दौरान कंडक्टर ने यह भी कहता है कि टोपी पहनने की अनुमति हो भी सकती है। इसके जवाब में महिला कहती है कि आपको नियमों की सही जानकारी नहीं है। वीडियो देखकर ऐसा लगता है कि इस खुद महिला यात्री ने बनाया है। उनका चेहरा इसमें नहीं दिख रहा। वहीं कई यात्री दोनों की बहस को सुनते दिखाई पड़ रहे हैं।