पूरा देश छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक की 350वीं वर्षगाँठ मना रहा है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने कहा है कि सैकड़ों सालों की गुलामी के चलते देशवासियों का आत्मविश्वास कमजोर हो गया था। ऐसे समय में शिवाजी ने न केवल आक्रांताओं का मुकाबला किया, बल्कि लोगों का आत्मविश्वास भी जगाया। वहीं, नागपुर में आयोजित शिवराज्याभिषेक दिवस कार्यक्रम में RSS प्रमुख मोहन भागवत शामिल हुए।
हिंदवी स्वराज्य के संस्थापक छत्रपति शिवाजी महाराज का राज्याभिषेक आज ही के दिन यानी 2 जून को साल 1674 में महाराष्ट्र के रायगढ़ किले में हुआ था। आज से 350 साल पहले 16 वर्ष की आयु में ‘स्वराज्य’ की स्थापना के लिए शिवाजी से छत्रपति शिवाजी महाराज बने थे। छत्रपति शिवाजी महाराज ने हिंदू धर्म और भारत भूमि की रक्षा के लिए इस्लामिक आक्रांताओं से जीवनपर्यंत लड़ाई लड़ी।
छत्रपति शिवाजी महाराज के 350वीं वर्षगाँठ पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। पीएम ने कहा है, “छत्रपति शिवाजी महाराज का राज्याभिषेक दिवस नई चेतना, नई ऊर्जा लेकर आया है। छत्रपति शिवाजी महाराज का राज्याभिषेक उस कालखंड का एक अद्भुत और विशिष्ट अध्याय है। राष्ट्र कल्याण और लोक कल्याण उनकी शासन व्यवस्था के मूल तत्व रहे हैं। मैं आज छत्रपति शिवाजी महाराज के चरणों में कोटि-कोटि नमन करता हूँ। उन्होंने हमेश भारत की एकता और अखंडता को सर्वोपरि रखा। आज ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ के विजन में शिवाजी महाराज के विचारों का ही प्रतिबिंब देखा जा सकता है।”
पीएम मोदी ने यह भी कहा है, “छत्रपति शिवाजी महाराज के कार्य, शासन प्रणाली और नीतियाँ आज भी उतनी ही प्रासंगिक हैं। उन्होंने भारत के सामर्थ्य को पहचान कर जिस तरह से नौसेना का विस्तार किया, वो आज भी हमें प्रेरणा देता है। यह हमारी सरकार का सौभाग्य है कि छत्रपति शिवाजी महाराज से प्रेरणा लेकर पिछले साल भारत ने गुलामी के एक निशान से नौसेना को मुक्ति दे दी। अंग्रेजी शासन की पहचान को हटा कर शिवाजी महाराज की राज-मुद्रा को जगह दी है।”
उन्होंने यह भी कहा है, “इतने वर्ष के बाद भी उनके द्वारा स्थापित किए गए मूल्य हमें आगे बढ़ने का मार्ग दिखा रहे हैं। इन्हीं मूल्यों के आधार पर हमने अमृत काल के 25 वर्षों की यात्रा पूरी करनी है। यह यात्रा होगी शिवाजी महाराज के सपनों का भारत बनाने की। यह यात्रा होगी स्वराज, सुशासन और आत्मनिर्भरता की। यह यात्रा होगी विकसित भारत की।”
वहीं, महाराष्ट्र के नागपुर में राज्याभिषेक दिवस कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत समेत हजारों की संख्या में लोग मौजूद रहे। मोहन भागवत ने शिवाजी महाराज की प्रतिमा की आरती की। इस दौरान ढोल-नगाड़ों की थाप और जय शिवाजी के नारों के बीच सांस्कृतिक कार्यक्रम भी किए जा रहे हैं।