फतेहाबाद जिले के जाखल क्षेत्र में अब घग्घर ने दो तरफा मार करनी शुरू कर दी है। पंजाब के मूनक क्षेत्र में बीते दिन आए घग्घर के दो जगह कटाव होने के बाद घग्घर का पानी पंजाब होते हुए फतेहाबाद के जाखल क्षेत्र में फैल गया। इस पानी ने यहां के दर्जनभर गांवों के खेतों को डुबो ही रखा था कि शुक्रवार तडक़े जाखल गांव के पीछे घग्घर के किनारे में करीब 10 फुट का कटाव आ गया है, जिससे पानी बेहद तेजी से जाखल गांव और तलवाड़ा के खेतों में बहना शुरू हो गया है। जाखल क्षेत्र से बह रही घग्घर का तेजी से बढ़ता जलस्तर भी डरा रहा है। इसके अलावा घग्घर के ओवरफ्लो होने के चलते रंगोई नाले में भी पानी डाला गया है। जिले के गांव शक्करपुरा के पास रंगोई नाले में लीकेज होने से इस क्षेत्र में भी बाढ़ का खतरा बढ़ गया। लीकेज की सूचना मिलते ही प्रशासन तुरंत हरकत में आया और ग्रामीणों की मदद से इस लीकेज को कुछ ही समय में बंद करवाया जिससे ग्रामीणों ने राहत की सांस ली।
जिले से गुजरनी वाली घग्घर के चांदपुरा साइफन पर पानी का बहाव लगातार बढ़ रहा है। शुक्रवार सुबह की रिपोर्ट के अनुसार चांदपुरा साइफन पर पानी का बहाव बढक़र 16 हजार 200 क्यूसिक हो गया है, जो वीरवार शाम को यह 15 हजार क्यूसिक तथा सुबह 14 हजार क्यूसिक था। अभी यह खतरे के निशान से 6 हजार क्यूसिक ही नीचे है, क्योंकि यहां घग्घर की क्षमता 22 हजार क्यूसिक की है।
इसके अलावा गुहला चीका व खनौरी में घग्घर ओवरफ्लो चल रही है वहीं सरहिंद में पानी का बहाव 2966 क्यूािसक, सरदूलगढ़ में 29360 क्यूसिक व राजस्थान की तरफ यह बहाव 17 हजार क्यूसिक चल रहा है। अधिकतर जगहों पर घग्घर पूरे उफान पर आ चुकी है। यही कारण है कि कमजोर किनारे टूटने लगे हैं। कासिमपुर के पास हालात ऐसे हैं कि पानी पुल को छूने लगा है। जाखल गांव के पास जो कट आया है, उससे निकल रहा पानी तलवाड़ा और जाखल के खेतों में फैल रहा है। कुछ राहत की बात यह है कि इस कट और जाखल गांव के बीच सडक़ है, जो खेतों से कुछ ऊंची है। यह कुछ हद तक इस पानी को गांव की तरफ आने से रोकेगी, लेकिन पानी यदि ज्यादा बहता है और खेतों में पानी का स्तर बढ़ता है तो फिर यह सडक़ को क्रॉस कर जाएगा।