आम लोगों को शिकार बनाने वाले अपराधी अब मंत्रियों को भी निशाना बनाने लगे हैं। केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल के साथ सेक्सटॉर्शन (Prahlad Patel Sextortion Case) का मामला सामने आया है। इस मामले में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने राजस्थान के भरतपुर से मोहम्मद वकील और मोहम्मद साहिब को गिरफ्तार किया है।
इस साल जून के अंतिम सप्ताह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंत्रिमंडल में जल-शक्ति एवं खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री प्रह्लाद पटेल के वॉट्सऐप पर एक वीडियो कॉल आई। उन्होंने कॉल उठाया तो स्क्रीन पर अश्लील वीडियो चलने लगा। इसको देखकर मंत्री ने कॉल को तुरंत काट दिया।
इसके बाद भी ठग नहीं माने। थोड़ी देर बाद दोबारा कॉल आई। कॉल करने वाले ने पॉर्न देखते उनका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी दी और कहा कि अगर बेइज्जती से बचना है तो उसकी माँग के अनुसार मंत्री उसे पैसे दें।
इसके बाद मंत्री पटेल ने अपने कानूनी सलाहकार से परामर्श लिया। सलाह के बाद उनके निजी सचिव (PS) अलोक मोहन ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर संजय अरोड़ा से संपर्क किया और एक शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने IPC की धारा 420 (धोखाधड़ी) और 419 (प्रतिरूपण) (इंपर्सोनेशन) के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की।
पुलिस ने आरोपियों के दोनों फोन नंबर को ट्रेस कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया। वीडियो कॉल को फॉरेंसिक जाँच के लिए भेज दिया गया है। क्राइम ब्रांच की जाँच में पूरा खेल सामने आ गया। एजेंसी को पता चला कि यह काम किसी ऑर्गेनाइज सेक्सटॉर्शन गैंग का है और यह गैंग राजस्थान से जुड़ा हुआ है।
क्राइम ब्रांच ने राजस्थान के भरतपुर से मोहम्मद वकील और मोहम्मद साहिब नाम के दो आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। हालाँकि, इस गैंग का मास्टरमाइंड अभी भी फरार है और पुलिस उसकी तलाश कर रही है। इस गैंग के मास्टरमाइंड की पहचान मोहम्मद साबिर के तौर पर की गई है।