संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि सरकार संसद में चर्चा के लिए तैयार है और गृहमंत्री इस चर्चा के दौरान उपस्थित रहेंगे। वे बाद में इस पर विस्तार से उत्तर देंगे। विपक्ष के हंगामे के चलते शुक्रवार को भी संसद के दोनों सदनों में व्यवधान रहा। विपक्ष चर्चा के साथ इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री का बयान चाहता है। वहीं सरकार का कहना है कि विभाग के मंत्री अमित शाह हैं और वे चर्चा का उत्तर देंगे।
पत्रकारों से बातचीत में जोशी ने कहा कि कई महत्वपूर्ण विधेयक चर्चा के लिए संसद में पेश होने हैं। सरकार नहीं चाहती कि विधेयक बिना चर्चा के पारित हों। सरकार हर विषय पर सकारात्मक और सार्थक चर्चा चाहती है।
उन्होंने कहा कि सरकार मणिपुर पर चर्चा के लिए तैयार है। गृहमंत्री अमित शाह चर्चा का उत्तर देंगे। वे राज्य की परिस्थियों को जानते हैं। वे तीन दिन वहां रहे हैं। वहीं गृह राज्यमंत्री 23 दिन मणिपुर में रहे हैं। अध्यक्ष जब भी तय करेंगे सरकार चर्चा के लिए तैयार है।
राज्यसभा में नेता सदन पीयूष गोयल ने मंगलवार को एक बार फिर कहा कि विपक्ष मणिपुर जैसे संवेदनशील मुद्दे पर चर्चा से भाग रहा है। गोयल ने कहा कि मणिपुर मुद्दे पर विपक्ष अगर जरा सा भी संवेदनशील होता तो हम इस समय इस पर चर्चा कर रहे होते। पीयूष गोयल ने कहा कि विपक्ष पिछले तीन दिनों से सदन में चर्चा से भाग रहा है। पूरा देश देख रहा है कि कैसे विपक्ष सदन को चलने नहीं दे रहा है। विपक्षी दल इधर-उधर की बातें कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार चर्चा के लिए तैयार है और विपक्ष को चर्चा करनी चाहिए।