मध्यप्रदेश में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की ओर से बड़ी भूमिका राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी की रहने वाली है. इसके संकेत अभी से मिलने लगे हैं. वे महाकौशल का दौरा कर चुकी हैं और इसी माह उनके ग्वालियर चंबल प्रभास की तैयारी है.
राज्य में वर्ष 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के मुख्य प्रचारक के तौर पर राहुल गांधी सक्रिय थे और उन्होंने चुनाव लड़ने से लेकर जीतने के बाद सरकार बनने तक को अंतिम रूप दिया था.
अब इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव में शुरुआती तौर पर राहुल गांधी के स्थान पर प्रियंका गांधी की सक्रियता ज्यादा नजर आ रही है. बीते माह प्रियंका गांधी महाकौशल के जबलपुर से कांग्रेस के चुनाव प्रचार का शंखनाद कर चुकी हैं. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस की ओर से प्रदेश वासियों के लिए पांच गारंटी का भी भरोसा दिलाया था.
एक तरफ जहां राज्य कांग्रेस चुनाव की तैयारी में लगी है, वही राष्ट्रीय नेतृत्व भी राज्य में अपना दखल बढ़ा रहा है. बीते रोज पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल का भोपाल आना हुआ और उन्होंने चुनावी तैयारी को लेकर पार्टी के प्रमुख नेताओं के साथ बैठक की.इस बैठक में चुनाव प्रचार की रणनीति पर भी मंथन किया गया.
कांग्रेस के सूत्रों का कहना है कि पार्टी राज्य में चुनाव पूरी ताकत और रणनीति के मुताबिक लड़ने की तैयारी में है और प्रचार अभियान को धारदार बनाया जा रहा है, इसीलिए प्रियंका गांधी की राज्य में सक्रियता बढ़ रही है.
संभवत 22 जुलाई को उनका ग्वालियर में प्रवास हो सकता है, इस दौरान रोड शो या जनसभा प्रस्तावित है. कांग्रेस के लिए ग्वालियर चंबल इलाका इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यहां से नाता ज्योतिरादित्य सिंधिया का है जो कभी कांग्रेस में हुआ करते थे.
कांग्रेस के सूत्रों का कहना है कि पार्टी राज्य में चुनाव पूरी ताकत और रणनीति के मुताबिक लड़ने की तैयारी में है और प्रचार अभियान को धारदार बनाया जा रहा है, इसीलिए प्रियंका गांधी की राज्य में सक्रियता बढ़ रही है.
संभवत 22 जुलाई को उनका ग्वालियर में प्रवास हो सकता है, इस दौरान रोड शो या जनसभा प्रस्तावित है. कांग्रेस के लिए ग्वालियर चंबल इलाका इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यहां से नाता ज्योतिरादित्य सिंधिया का है जो कभी कांग्रेस में हुआ करते थे.
कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर हमला बोला और कहा कि राज्य में 50 प्रतिशत की सरकार है, ऐसे में शिवराज कैसे ईमानदार हैं. कांग्रेस नेताओं की बैठक में बीजेपी के कुशासन को घर-घर ले जाने का फैसला हुआ है. वहीं राज्य सरकार के गृहमंत्री डा नरोत्तम मिश्रा ने कहा गांधी परिवार जब आता है तो कांग्रेस के लोग बैठक करते है और अभी तो चुनाव है. कोरोना काल हो या बाढ़ का समय कोई कांग्रेस दिखता है क्या?