मौसम विभाग ने कहा है कि ‘बेहद गंभीर’ चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के अगले 24 घंटे में और तेज होने की उम्मीद है. यह उत्तर से उत्तर-पूर्व की तरफ बढ़ेगा. चक्रवात बिपरजॉय के मद्देनजर, अरब सागर तट पर वलसाड में तीथल बीच पर ऊंची लहरें देखी गई हैं. एहतियात के तौर पर तीथल बीच को 14 जून तक पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया है. वलसाड के तहसीलदार टीसी पटेल ने कहा कि हमने मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने को कहा है. वे सभी वापस आ गए हैं. जरूरत पड़ने पर लोगों को समुद्र के किनारे गांव में शिफ्ट किया जाएगा. उनके लिए शेल्टर बनाए गए हैं. हमने 14 जून तक तीथल बीच को टूरिस्ट्स के लिए बंद कर दिया है.
आईएमडी ने एक बयान में कहा कि पूर्व-मध्य अरब सागर से बेहद भयंकर चक्रवाती तूफान बिपरजॉय उत्तर-पूर्व की तरफ बढ़ा और 9 जून को दोपहर ढाई बजे गोवा से लगभग 740 किमी वेस्ट, मुंबई से 750 किमी वेस्ट-साउथ वेस्ट, पोरबंदर से 760 किमी साउथ-साउथ वेस्ट और कराची से 1,070 किमी साउथ में स्थित था. बिपरजॉय उत्तर-उत्तर पूर्व की तरफ और बाद के तीन दिनों में उत्तर-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ जाएगा. ये अगले 24 घंटे में और विकराल रूप लेगा.
आईएमडी के पूर्वानुमान के अनुसार, 10 जून को सौराष्ट्र और कच्छ के तटीय क्षेत्रों में हवा की रफ्तार 35-45 किमी प्रति घंटे हो सकती है. इसके 55 किमी प्रति घंटा तक बढ़ने की संभावना है. फिर अगले दिन 11 जून को बिपरजॉय की स्पीड के और तेज होकर 40-50 किमी प्रति घंटे तक रहने और उसके 60 किमी प्रति घंटे तक बढ़ने के आसार हैं. 12 जून को हवा की गति 45-55 किमी प्रति घंटे होगी. फिर जो 65 किमी प्रति घंटे तक बढ़ सकती है. इसके बाद अगले 2 दिन 13 और 14 जून को हवा 50-60 किमी प्रति घंटे की स्पीड से चलेगी जो 70 किमी प्रति घंटे तक भी जा सकती है.
इससे पहले, शुक्रवार को अगले 36 घंटे में चक्रवात बिपरजॉय के तेज होने के पूर्वानुमान को देखते हुए मौसम विभाग ने मछुआरों को केरल, कर्नाटक और लक्षद्वीप के तट से दूर समुद्र में न जाने की भी सलाह दी है. इसके अलावा केरल के तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, पठानमथिट्टा, अलाप्पुझा, कोट्टायम, इडुक्की, कोझिकोड और कन्नूर में येलो अलर्ट जारी किया गया.