केंद्रीय मंत्री और लोकसभा के उपनेताम राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को लोकसभा में कहा कि विपक्षी दल मणिपुर को केवल राजनीतिक मुद्दा बनाना चाहते हैं और इस पर चर्चा नहीं चाहते।
लोकसभा की कार्यवाही आज शुरू होने पर मणिपुर मुद्दे पर चर्चा की मांग करते हुए विपक्ष ने प्रश्नकाल स्थगित करने की मांग की। अध्यक्ष ओम बिरला के कहने पर सत्ता पक्ष की ओर से केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने एक बार फिर आश्वासन दिया कि सरकार मणिपुर पर चर्चा के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि मणिपुर की घटना बेहद संवेदनशील है और प्रधानमंत्री ने स्वयं इसकी निंदा करते हुए कठोर कार्रवाई का आश्वासन दिया है। इसके बावजूद विपक्षी दल मणिपुर पर चर्चा नहीं करना ही नहीं चाहते।
मणिपुर की घटना निश्चित रूप से बहुत ही गंभीर है और इसकी गंभीरता को समझते हुए प्रधानमंत्रीजी ने स्वयं ही इस बात को कहा है कि मणिपुर में जो कुछ भी हुआ है उससे पूरे का पूरा राष्ट्र शर्मसार हुआ है। यहां तक कि मणिपुर की घटनाओं को लेकर कठोर से कठोर कार्यवाही किए जाने की बात प्रधानमंत्री… pic.twitter.com/YxJMlqXSsT
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) July 21, 2023
लोकसभा अध्यक्ष ने भी कहा कि संसदीय कार्यवाही में प्रश्नकाल महत्वपूर्ण समय है। प्रश्नकाल होने दिया जाए। सरकार मणिपुर पर चर्चा के लिए तैयार है, ऐसे में विपक्ष को सहयोग देना चाहिए। लोकसभा अध्यक्ष की अपील के बाद भी कांग्रेस व अन्य विपक्षी दलों के सदस्य नारेबाजी व हंगामा करते रहे। वे संसद की सारी कार्यवाही रोककर मणिपुर की स्थिति पर चर्चा कराने की मांग पर अड़े रहे। भारी शोर शराबे के बीच अध्यक्ष ने लोकसभा की कार्यवाही को दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।