पाकिस्तान के साथ कारगिल युद्ध में जीत के 24 साल पूरे होने का तीनों सेनाएं जश्न मना रही हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी देश पर जान न्योछावर करने वाले बहादुरों को श्रद्धांजलि दी है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सैन्य बलों के प्रमुख (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान और तीनों सेनाध्यक्षों ने कारगिल युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित कर 1999 के कारगिल युद्ध में अपनी जान गंवाने वाले सैनिकों को श्रद्धांजलि दी।
लद्दाख स्थित द्रास में कारगिल युद्ध स्मारक पर सैन्य परंपरा के साथ हुए इस श्रद्धांजलि समारोह के पास से तीन चीतल हेलिकॉप्टर गुजरे और फूलों की पंखुड़ियां बरसाईं। कारगिल विजय दिवस पर चार मिग 29 विमानों ने द्रास में कारगिल युद्ध स्मारक से उड़ान भरी। इसके बाद चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान ने द्रास में कारगिल युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित करके 1999 के कारगिल युद्ध में अपनी जान गंवाने वाले सैनिकों को श्रद्धांजलि दी।
Kargil Vijay Divas: Defence Minister Rajnath Singh lays wreath in memory of fallen jawans
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— ANI Digital (@ani_digital) July 26, 2023
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कारगिल युद्ध स्मारक पर वीर जवानों को श्रद्धांजलि देने के बाद कहा कि आज ‘कारगिल विजय दिवस’ पर भारत माता के उन जांबाज सपूतों को नमन करता हूं, जिन्होंने राष्ट्र को सर्वप्रथम रखा और उसके लिए प्राणों की आहुति देने से भी पीछे नहीं हटे। रक्षा मंत्री ने कहा कि कारगिल युद्ध भारत के ऊपर एक थोपा गया युद्ध था। उस समय देश ने पाकिस्तान से बातचीत के माध्यम से मुद्दों को सुलझाने का प्रयास किया। स्वयं अटलजी ने पाकिस्तान की यात्रा करके कश्मीर सहित अन्य मुद्दों को सुलझाने का प्रयास किया था, लेकिन पाकिस्तान ने हमारी पीठ में खंजर घोंप दिया था।
#WATCH | Ladakh: Defence Minister Rajnath Singh says, "I salute those brave sons, who sacrificed everything for the protection of the motherland. I salute those brave sons who put the nation first and did not hesitate to sacrifice their lives for it." #KargilVijayDiwas2023 pic.twitter.com/faZZg7NeOz
— ANI (@ANI) July 26, 2023
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 1999 के कारगिल युद्ध में जान गंवाने वाले सैनिकों के परिवार के सदस्यों से मुलाकात की। उन्होंने सम्मान स्वरूप उन्हें एक स्मृति चिन्ह और एक शॉल भी सौंपा। उन्होंने कारगिल युद्ध के बहादुरों की याद में द्रास में बने ‘हट ऑफ रिमेंबरेंस’ संग्रहालय का दौरा किया।