रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) की तरफ से 2000 रुपये के नोट पर बड़ी जानकारी शेयर की गई है. आरबीआई (RBI) ने बताया कि सर्कुलेशन में मौजूद 2,000 रुपये के 76 प्रतिशत नोटों को या तो बैंकों में जमा कर दिया गया है या बदल दिया गया है. साथ ही देश की जनता से 30 सितंबर से पहले बाकी नोटों को बैंक में जमा कराने के लिए कहा गया है. अगर 2000 रुपये के कुल नोटों की वैल्यू की बात करें तो 19 मई को नोट वापसी की घोषणा के समय यह 3.56 लाख करोड़ रुपये थी. लेकिन 30 जून को घटकर यह 84,000 करोड़ रुपये रह गई है.
आरबीआई की तरफ से बयान जारी कर कहा गया कि लौटाए गए नोटों में से 87 प्रतिशत जनता द्वारा बैंक अकाउंट में जमा किए गए हैं. जबकि बाकी 13 प्रतिशत अन्य मूल्यवर्ग में बदले गए हैं. आपको बता दें आरबीआई ने मई में उठाए गए आश्चर्यजनक कदम के रूप में 2,000 रुपये के नोटों को चलन से वापस लेने की घोषणा की थी. हालांकि केंद्रीय बैंक ने सार्वजनिक रूप से ऐसे नोटों को खातों में जमा करने या बैंकों में बदलने के लिए 30 सितंबर का समय दिया है.
Withdrawal of ₹2000 Denomination Banknotes – Statushttps://t.co/oqXgKWd2tQ
— ReserveBankOfIndia (@RBI) July 3, 2023
नवंबर 2016 में मोदी सरकार की तरफ से नोटबंदी का ऐलान किया गया था. उस समय सरकार ने 500 और 1,000 रुपये के पुराने नोटों को रातोंरात बंद कर दिया था. लेकिन इस बार उससे उलट 2,000 रुपये के नोट 30 सितंबर तक वैध मुद्रा बने रहेंगे. प्रचलन में चल रहे 2,000 रुपये के बैंक नोटों का कुल मूल्य 31 मार्च, 2023 को 3.62 लाख करोड़ रुपये था. यह 19 मई, 2023 को कारोबार बंद होने पर घटकर 3.56 लाख करोड़ रुपये रह गया था.
‘बैंकों से मिले आंकड़ों के अनुसार, 19 मई को घोषणा के बाद प्रचलन से वापस मिले 2,000 रुपये के बैंक नोटों का कुल मूल्य 30 जून, 2023 तक 2.72 लाख करोड़ रुपये है. आरबीआई की तरफ से बयान में बताया गया कि 30 जून को कारोबार की समाप्ति पर प्रचलन में 2,000 रुपये के बैंक नोट 0.84 लाख करोड़ रुपये थे. इस प्रकार, 19 मई, 2023 तक प्रचलन में 2,000 रुपये के 76 प्रतिशत बैंक नोट वापस आ गए हैं.