महंगाई का मानसून कनेक्शन! जी हां. मानसून में बादल तो बरस रहे हैं, लेकिन इन बरसते बादलों ने महंगाई भी बरसा दी है. बारिश की वजह से देश के कई राज्यों में सब्जियों की कीमत लगातार बढ़ रही हैं. देश में मानसून की एंट्री क्या हुई लोगों के घरों के बजट ही बिगड़ गए. जो थाली स्वाद वाली होती थी, अब उसका स्वाद सब्जियों के दामों ने किरकिरा कर दिया है. बरसात शुरू होते ही पूरे भारत में सब्जियों के दामों में भारी उछाल देखा जा रहा है. सब्जियों की सप्लाई कम होने की वजह से दाम लगातार बढ़ रहे हैं. सबसे ज्यादा दर्द वो टमाटर दे रहा है, जिसके बिना आपकी थाली की लगभग हर सब्जी अधूरी दिखती थी.
टमाटर पहले से 100 रुपये से लेकर 150 रुपये किलो तक बिक रहा है. वहीं, अब हरी मिर्च की कीमत भी तेजी से बढ़ने लगी है. देश के ज्यादातर शहरों में मिर्च 150 रुपये से लेकर 200 तक पहुंच गई है. वहीं अदरक की कीमत पर भी मौसम का असर दिखाई देने लगा है और यह 250 रुपये किलो तक पहुंच गई है. इतना ही नहीं, इन कीमतों में अभी आने वाले 1 महीने तक कोई कमी होती नहीं दिख रही है.
बरसात की वजह से पंजाब से आने वाली आपूर्ति बंद हो गई है. फूलगोभी, भिंडी और शिमला मिर्च के दामों में भी भारी उछाल आया है. इतना ही नहीं. जो धनिया और हरी मिर्च अमूमन मुफ्त या बेहद कम दामों पर मिल रही थी, वो भी अब पहुंच से बाहर होती दिख रही है
दिल्ली में टमाटर अब भी 100-120 रुपये किलो बिक रहा है. महंगाई का आलम ये है कि लोगों ने टमाटर की खरीद कम कर दी है, जिसकी वजह से दुकानदारों को भी नुकसान हो रहा है. दिल्ली की ओखला मंडी में बैठे विक्रेताओं के मुताबिक तो टमाटर की ये कीमतें अगले एक-दो महीने तक बनी रहेंगी.
दिल्ली जैसे हाल ही मध्यप्रदेश का भी है और भोपाल में सब्जियों का दाम देखेंगे तो आप आम लोगों का दर्द अच्छी तरह समझ पाएंगे, जहां मिर्ची तक 200 रुपये किलो तक बिक रही है. वहीं, अदरक 250 रुपये किलो, धनिया 200 रुपये किलो, लहसुन 250 रुपये किलो, टमाटर 120 रुपये किलो, शिमला मिर्च 150 रुपये किलो तो वहीं गोभी भी 80 रुपये किलो में बिक रही है. हालात ये हैं कि महंगाई की वजह से ज्यादातर ग्राहक पाव भर सब्जी ही खरीद रहे हैं.
हरियाणा के कुरुक्षेत्र की सब्जी मंडी में सब्जियों के दाम इस कदर आसमान छू रहे हैं कि लोग त्रस्त होते जा रहे हैं. लोगों का कहना है कि सब्जी लेने का मन नहीं कर रहा और ये सब्जियां हैं कि आम आदमी की पहुंच से बाहर होती जा रही हैं. कुरुक्षेत्र में टमाटर 100 रुपये से 120 रुपये तक मिल रहा है, जबकि गोभी 100 रुपये तक बिक रही है. भिंडी 60 प्रति किलो पर पहुंच गई है.
आगरा में भी टमाटर लाल होता जा रहा है और दाम आसमान छू रहे हैं. रिटेल मंडी में टमाटर का भाव 100 रुपये से 120 रुपए प्रति किलो बिक रहा है. जिस ग्राहक की जरूरत एक किलो टमाटर की है वो एक पाव ही टमाटर ले रहा है. दक्षिण भारत में भी सब्जियां लोगों की मुश्किलें बढ़ा रही हैं. जानकारों का मानना है कि जब तक नई फसल नहीं आ जाती है तब तक दामों में कमी आने के आसार कम ही हैं.