भारतीय नौसेना की आठ पनडुब्बियों ने अरब सागर में एक अभ्यास में हिस्सा लिया। अधिकारियों ने बताया कि पश्चिमी समुद्र तट पर अरब सागर में हाल ही में संपन्न अभ्यास में आठ पनडुब्बियों ने एक साथ शिरकत की और अपनी ताकत का अहसास कराया।
पश्चिमी नौसेना कमान ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि वाइस एडमिरल संजय जे. सिंह ने अभ्यास के संचालन की समीक्षा की। उन्होंने इस ग्रुप के पेशेवर और शानदार आचरण के लिए उनकी सराहना की।
वाइस-एडमिरल ने लिया पनडुब्बियों के अभ्यास का जायजा
पश्चिमी नौसेना कमान पोस्ट में कहा- ‘प्रदर्शन के तहत वाइस-एडमिरल ने पनडुब्बी की निचली सतह को भी देखा और पनडुब्बी चालकों की परंपरा के अनुसार समुद्र के पानी का स्वाद चखा।
अदन की खाड़ी, अरब सागर और लाल सागर में ड्रोन रोधी, मिसाइल रोधी और समुद्री डकैती रोधी हमलों के खिलाफ नौसैनिक अभियानों के सौ दिन पूरे होने पर नौसेना प्रमुख एडमिरल हरि कुमार ने मीडिया को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि नौसेना ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सकारात्मक कार्रवाई जारी रखेगी।
समुद्री डकैती के खिलाफ कार्रवाई रखेंगे जारी- नौसेना प्रमुख
नौसेना प्रमुख ने कहा कि क्षेत्र में अव्यवस्था से लाभ उठाने के लिए समुद्री डकैती एक उद्योग के रूप में फिर से उभर कर सामने आई है। नौसेना प्रमुख ने कहा कि हम इसे रोकने के लिए कार्रवाई करेंगे।
नौसेना के पास हैं 11 पनडुब्बियां और 30 युद्धपोत
उन्होंने कहा कि ऑपरेशन संकल्प ने छोटे और त्वरित अभियानों की मिथक को तोड़ा है और महासागरों में सुरक्षा और स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए निरंतर अभियानों की आवश्यकता पर जोर दिया है। उन्होंने आगे कहा कि ऑपरेशन की गति काफी तेज है और हमारे पास समुद्र के विभिन्न हिस्सों में 11 पनडुब्बियां और 30 युद्धपोत हैं, जो सभी क्षेत्रों में रुचि सुनिश्चित करते हैं।