भारतीय सेना के इंजीनियरों ने उत्तरी सिक्किम में सीमावर्ती गांवों को फिर से जोड़ने के लिए 150 फुट लंबा एक सस्पेंशन पुल बनाया है। राज्य में लगातार भारी बारिश हो रही है जिसके कारण आम लोगों को परशानी का सामना करना पड़ रहा है।
हालांकि, भारी से भारी मुश्किलें के बीच भी भारतीय सेना मदद के लिए हमेशा आगे रहती है। ऐसा ही कुछ सिक्कम में देखने को मिली। बता दें कि त्रिशक्ति कोर के कार्मिकों ने चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में काम किया और 48 घंटे से भी कम समय में इस पुल को तैयार किया। नीचे तेज बहाव में बहता बारिश का पानी और ऊपर अपनी जान को जोखिम में डालकर सेना के जवानों ने इस पैदल यात्री पुल का निर्माण कर अपनी शक्ति का बेहतरीन प्रदर्शन पेश किया है।
रक्षा जनसंपर्क अधिकारी, गुवाहाटी के अनुसार, निर्माण कार्य 23 जून को शुरू हुआ और 72 घंटे के भीतर पूरा हो गया।
#WATCH | Supporting the efforts of BRO and local administration in restoring connectivity and getting normalcy back to areas cut off due to recent floods in Sikkim, Army engineers of Trishakti Corps constructed a 70 feet Bailey Bridge on road Dikchu – Sanklang, braving incessant… pic.twitter.com/NMQS2hawIC
— ANI (@ANI) June 27, 2024
पुल से मिलेगी लोगों को बड़ी राहत
सेना के अधिकारियों के अनुसार, यह पुल अब लोगों की आवाजाही में सुविधा प्रदान करेगा और क्षेत्र में रहने वाले स्थानीय लोगों को राहत सामग्री उपलब्ध कराएगा।
इस बीच, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मानसून के दौरान सिक्किम समेत पूर्वोत्तर राज्यों के विभिन्न हिस्सों में आने वाली बाढ़ से निपटने की तैयारियों की समीक्षा की। नदियों के जलस्तर में वृद्धि के कारण मानसून के दौरान कई पूर्वी और पूर्वोत्तर राज्यों में भारी बाढ़ आती है। सिक्किम, उत्तराखंड और कुछ अन्य राज्य भी मानसून के दौरान भूस्खलन और बारिश से जुड़ी अन्य समस्याओं का सामना कर रहे हैं।