भारतीय वायुसेना द्वारा आयोजित सबसे बड़ा बहुराष्ट्रीय सैन्य अभ्यास, तरंग शक्ति चरण- II, राजस्थान के जोधपुर में चल रहा है. रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने आज लड़ाकू हेलीकॉप्टर प्रचंड, सारंग, सूर्य किरण और फाइटर जेट एलसीए तेजस का हवाई प्रदर्शन देखा. इस अवसर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, इस अभ्यास का उद्देश्य देश की सैन्य क्षमताओं का प्रदर्शन करना और भाग लेने वाले देशों के बीच अंतरराष्ट्रीय सहयोग को मजबूत करना है. उन्होंने कहा, तरंग शक्ति मित्र देशों के बीच सहयोग और आपसी विश्वास बनाने का एक माध्यम है.
देश की बढ़ती सैन्य ताकत की सराहना करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि पहले भारत रक्षा उपकरण आयात करता था, लेकिन अब वह 90 देशों को रक्षा उत्पाद निर्यात कर रहा है. उन्होंने कहा कि देश अपनी जरूरत के मुताबिक रक्षा उपकरणों का निर्माण कर रहा है और अन्य देशों के उच्च तकनीक और विशिष्ट रक्षा उत्पादों के निर्माण के लिए मित्र देशों के साथ सहयोग कर रहा है.
#WATCH | Jodhpur, Rajasthan: During his address at the Exercise Tarang Shakti event, Defence Minister Rajnath Singh says, " Our Indian Air Force and Defence Sector going forward at a fast pace with the concept of 'Atmanirbhar Bharat'. Our Defence Sector has taken a strong step… https://t.co/TwySMcTckn pic.twitter.com/tgnrwoTmAD
— ANI (@ANI) September 12, 2024
आज जोधपुर एयरबेस पर हेलीकॉप्टर प्रचंड, सारंग और सूर्य किरण एरोबेटिक टीमों के साथ-साथ फाइटर जेट एलसीए तेजस ने अपने आश्चर्यचकित कर देने वाले हवाई करतबों के प्रदर्शन से यहां मौजूद सभी लोगों को रोमांचित कर दिया. तरंग शक्ति अभ्यास के दूसरे चरण में, संयुक्त राज्य अमेरिका के लड़ाकू जेट, एफ -16, ए -10, संयुक्त अरब अमीरात के एफ -16, ऑस्ट्रेलिया के ईए 18, जापान के एफ 2 और ग्रीन्स के एफ 16 ने भाग लिया और अभ्यास में अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया. लड़ाकू विमानों के अलावा, सिंगापुर के सी-130, श्रीलंका के सुपर किंग बी 200, अमेरिका के केसी 135, यूएई के ग्लोबल 6000 ने भी अपने हवाई कौशल का प्रदर्शन किया. तरंग शक्ति अभ्यास स्वदेशी रक्षा क्षमताओं का प्रदर्शन करने के साथ साथ भाग लेने वाले देशों के साथ भारत के रक्षा संबंधों को बढ़ाने के लिए आयोजित किया गया है. इस अभ्यास ने आपसी विश्वास बनाने और भाग लेने वाले देशों के बीच रणनीतिक सहयोग को बढ़ावा देने मे अहम भूमिका निभाई है. अभ्यास का पहला चरण पिछले महीने की 6 से 14 तारीख तक आयोजित किया गया था और दूसरा चरण 14 सितंबर को समाप्त होगा.