प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘Rising Bharat Summit’ में दिए गए अपने संबोधन में सामाजिक न्याय, सुशासन और समावेशी विकास के कई महत्वपूर्ण पहलुओं को रेखांकित किया। उन्होंने जहां वक्फ संशोधन कानून को “सामाजिक न्याय की दिशा में ऐतिहासिक पहल” बताया, वहीं अपनी सरकार की नीतियों और उपलब्धियों को युवा भारत की आकांक्षाओं से जोड़कर प्रस्तुत किया।
वक्फ संशोधन कानून: न्याय का रास्ता, तुष्टिकरण पर प्रहार“Delay is the Enemy of Development” – देरी विकास की दुश्मन है‘100 दिन, 100 संकल्प’ – निर्णायक शासन का प्रतीकमुद्रा योजना: आत्मनिर्भर भारत की आधारशिलाAspirational Districts – पिछड़ों को आकांक्षा में बदलनातुष्टिकरण बनाम सबका साथ-सबका विकासज्ञान भारतम मिशन: विरासत को डिजिटल भविष्य से जोड़नाभारत बनेगा तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था
यहाँ उनके भाषण की प्रमुख बातें संक्षेप में दी गई हैं:
वक्फ संशोधन कानून: न्याय का रास्ता, तुष्टिकरण पर प्रहार
- पीएम मोदी ने कहा कि 2013 में कांग्रेस द्वारा लाया गया वक्फ संशोधन कानून कट्टरपंथियों और भू-माफियाओं को खुश करने का एक प्रयास था।
- यह कानून ऐसा भ्रम पैदा करता था मानो संविधान से ऊपर है, जबकि इससे गरीबों, किसानों, पसमांदा मुस्लिमों और अल्पसंख्यक समुदायों के अधिकारों का हनन हुआ।
- उन्होंने केरल के ईसाई परिवारों, कर्नाटक के किसानों और हरियाणा के गुरुद्वारों पर वक्फ कब्जे का भी उदाहरण दिया।
- संशोधित वक्फ कानून पर संसद में 16 घंटे की चर्चा, 38 JPC बैठकें और 1 करोड़ सुझाव — ये दर्शाता है कि “भारत का लोकतंत्र जनभागीदारी से चलता है, केवल संसद भवन तक सीमित नहीं है।”
“Delay is the Enemy of Development” – देरी विकास की दुश्मन है
- प्रधानमंत्री ने पम्बन सी-ब्रिज का उल्लेख किया जिसे ब्रिटिश काल में बनाया गया था और 100 साल बाद उनकी सरकार ने वर्टिकल-लिफ्ट सी-ब्रिज बनाकर जनता को समर्पित किया।
- उन्होंने विकास कार्यों में तेजी को अपनी सरकार की विशेषता बताया।
Appeasement politics stands in complete contradiction to the idea of true social justice. pic.twitter.com/IdE82IGZ3I
— Narendra Modi (@narendramodi) April 9, 2025
‘100 दिन, 100 संकल्प’ – निर्णायक शासन का प्रतीक
- सेना के लिए मेड इन इंडिया लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर की खरीदी को हरी झंडी।
- वक्फ संशोधन कानून, महत्वपूर्ण योजनाओं की शुरुआत – ये सब इस काल में हुए।
- मोदी के अनुसार, “ये 100 दिन 100 फैसले नहीं, 100 संकल्पों की सिद्धि हैं।”
मुद्रा योजना: आत्मनिर्भर भारत की आधारशिला
- 10 वर्षों में ₹52 करोड़ लोन, ₹37 लाख करोड़ की राशि, बिना गारंटी।
- हर ट्रैफिक सिग्नल के बदलते ही 100 मुद्रा लोन क्लियर होते हैं।
- एक OTT एपिसोड के दौरान 5000 लोन स्वीकृत होते हैं।
- 11 करोड़ लोगों को पहली बार स्वरोजगार मिला – इनमें से ज़्यादातर First-Time Entrepreneurs।
Aspirational Districts – पिछड़ों को आकांक्षा में बदलना
- पीएम ने बताया कि पहले इन जिलों को “पनिशमेंट पोस्टिंग” माना जाता था, लेकिन आज यही जिले विकास का नया इतिहास रच रहे हैं।
तुष्टिकरण बनाम सबका साथ-सबका विकास
- पीएम ने कहा कि अलग राष्ट्र का विचार मुस्लिम समाज का नहीं, बल्कि कुछ कट्टरपंथियों का था, जिसे तुष्टिकरण की राजनीति ने सींचा।
- कांग्रेस पर कट्टरपंथ को राजनीतिक संरक्षण देने और मुस्लिम महिलाओं को अधिकारविहीन करने का आरोप लगाया (शाहबानो केस का संदर्भ)।
ज्ञान भारतम मिशन: विरासत को डिजिटल भविष्य से जोड़ना
- प्राचीन ग्रंथों और पांडुलिपियों का डिजिटलीकरण, प्राकृत और पाली जैसी भाषाओं को संरक्षण।
- “AI से संभावनाएँ और अध्यात्म से दिशा” – यही नया भारत होगा।
भारत बनेगा तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था
- पीएम मोदी ने भरोसा जताया कि जल्द ही भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।
- इसकी प्रेरणा भारत के युवा और उनकी आकांक्षाएँ हैं।