उद्योगपति गौतम अडानी की कंपनी ने इस रविवार को एक अनोखा रिकॉर्ड बना दिया. यह रिकॉर्ड बना दुनिया के सबसे बड़े कंटेनर शिप एमएससी अन्ना के भारत आने से, जिसने एक दिन पहले अडानी के मुंद्रा पोर्ट पर लंगर डाला.
रविवार को डाला भारत में लंगर
अडानी समूह ने एक बयान में इस उपलब्धि की जानकारी साझा की. उसने बताया कि दुनिया के सबसे बड़े कंटेनर शिप होने का दर्जा प्राप्त जहाज एमएससी अन्ना रविवार 26 मई को उसके मुंद्रा पोर्ट पर पहुंचा. यह पहला मौका है, जब दुनिया का अब तक का सबसे बड़ा कंटेनर जहाज किसी भारतीय बंदरगाह पर पहुंचा है.
फुटबॉल के 4 मैदान जितनी लंबाई
एमएससी अन्ना समुद्र में चलने वाला एक विशालकाय जहाज है, जिसे मुख्य रूप से कंटेनर की ढुलाई करने के लिए बनाया गया है. इस जहाज का आकार इतना विशाल है कि उसमें फुटबॉल के 4 मैदान एक साथ समा सकते हैं. इसकी लंबाई 399.98 मीटर है और क्षमता 19,200 20-फूट इक्विवैलेंट यूनिट (टीईयू) है. टीईयू कंटेनर ढोने वाले जहाजों की क्षमता मापने का वैश्विक मानक पैमाना है.
भारत का इकलौता ऐसा बंदरगाह
इस जहाज के विशालकाय होने के चलते बहुत कम बंदरगाह उपयुक्त रह जाते हैं. अडानी समूह की मानें तो एमएससी अन्ना के 16.3 मीटर अराइवल ड्राफ्ट के चलते उसे सिर्फ अडानी समूह के मुंद्रा पोर्ट पर ही रोका जा सकता है. भारत में किसी अन्य बंदरगाह में इतने विशाल जहाज को लगाने की क्षमता नहीं है. दुनिया भर में ऐसे बंदरगाहों की संख्या कम ही है, जहां एमएससी अन्ना जैसा बड़ा जहाज लंगर डाल सकता है.
पिछले साल बनाया था ये रिकॉर्ड
मुंद्रा पोर्ट गुजरात में स्थित एक प्रमुख बंदरगाह है, जो अरब सागर के किनारे है. मुंद्रा पोर्ट का परिचालन व प्रबंधन अडानी समूह की अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन (एपीसेज) करती है. मुंद्रा पोर्ट ने इससे पहले जुलाई 2023 में भी एक रिकॉर्ड बनाया था. उस समय बंदरगाह पर एमवी एमएससी हैम्बर्ग ने लंगर डाला था. एमएससी हैम्बर्ग भी 399 मीटर लंबा जहाज है, जिसकी क्षमता 16,652 टीईयू की है. उसकी गिनती भी दुनिया के सबसे बड़े कंटेनर जहाजों में की जाती है. अब एमएससी अन्ना के लंगर डालने के बाद मुंद्रा पोर्ट का रिकॉर्ड और बेहतर हो गया है.
इतना बड़ा है अडानी का मुंद्रा पोर्ट
बयान के अनुसार, एमएससी अन्ना के स्टे के दौरान लगभग 12,500 टीईयू माल के आदान-प्रदान की उम्मीद है. इससे पता चलता है कि अडानी समूह का मुंद्रा पोर्ट किस तरह से बड़े पैमाने पर कार्गो को हैंडल करने में सक्षम है. अडानी पोर्ट्स का ये बंदरगाह 35 हजार एकड़ में फैला हुआ है. यह भारत का सबसे बड़ा कमर्शियल पोर्ट है, जो डीप-ड्राफ्ट क्षमता से लैस है और हर मौसम में काम करने में सक्षम है.