भारत के पूर्वोत्तर में भूकंप: मणिपुर में दो झटकों से दहशत
भारत में भूकंप की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं, जिससे लोगों में भय का माहौल बन रहा है। बुधवार (6 मार्च) को मणिपुर में दो बार भूकंप के झटके महसूस किए गए, जिनकी तीव्रता 5.7 और 4.1 रही। ये झटके असम, मेघालय और अन्य पूर्वोत्तर राज्यों में भी महसूस किए गए।
पहला भूकंप: 5.7 तीव्रता
- समय: सुबह 11:06 बजे
- केंद्र: इंफाल पूर्वी जिले के यायरिपोक से 44 किमी पूर्व में
- गहराई: 110 किमी
- प्रभाव: पूरे पूर्वोत्तर भारत में महसूस किया गया
दूसरा भूकंप: 4.1 तीव्रता
- समय: दोपहर 12:20 बजे
- केंद्र: मणिपुर के कामजोंग जिले में
- गहराई: 66 किमी
- प्रभाव: इंफाल में कुछ इमारतों में दरारें देखी गईं
मणिपुर के आपदा प्रबंधन अधिकारियों ने कहा कि क्षति का आकलन जारी है, लेकिन अब तक किसी बड़े नुकसान या जनहानि की सूचना नहीं है।
भारत में लगातार बढ़ते भूकंप: कारण क्या हैं?
- पृथ्वी की सतह 7 टेक्टोनिक प्लेटों पर टिकी हुई है, जो लगातार गतिशील रहती हैं।
- जब ये प्लेट्स फॉल्ट लाइनों पर टकराती हैं, तो घर्षण से ऊर्जा निकलती है, जिससे भूकंप के झटके महसूस होते हैं।
- भारत का पूर्वोत्तर क्षेत्र भूकंपीय जोन-5 में आता है, जो सबसे अधिक भूकंप संभावित क्षेत्र है।
भूकंप से बचाव के उपाय:
✔ खुले स्थानों पर जाएं और इमारतों से दूर रहें।
✔ टेबल, बेड या मजबूत फर्नीचर के नीचे छिपें।
✔ लिफ्ट का इस्तेमाल न करें, सीढ़ियों का उपयोग करें।
✔ भूकंप के बाद अफवाहों पर ध्यान न दें, और सरकारी निर्देशों का पालन करें।
मणिपुर में आए ये भूकंप पूर्वोत्तर भारत के लिए खतरे की घंटी हैं, क्योंकि यह क्षेत्र भूकंपीय रूप से संवेदनशील है। ऐसे में सतर्कता और आपदा प्रबंधन को मजबूत करने की जरूरत है ताकि किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटा जा सके।