प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को 2014 से छह गुना बजट वृद्धि जैसी पहलों की जानकारी दी और देशवासियों को आश्वासन दिया कि अगले पांच सालों में, रेलवे का परिवर्तन उनकी कल्पना से ज्यादा होगा. कई रेलवे परियोजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने रेलवे को बुरी स्थिति से बाहर निकालने की दिशा में काम किया है. पीएम मोदी ने कहा, “अब रेलवे का विकास सरकार की शीर्ष प्राथमिकताओं में है. ये 10 साल का काम सिर्फ एक ट्रेलर है और मुझे अभी लंबा सफर तय करना है”.
#WATCH अहमदाबाद: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "… मैं देश को यह गारंटी दे रहा हूं कि अगले पांच साल में आप भारतीय रेल का ऐसा काया कल्प होते देखेंगे कि आपने इसकी कल्पना भी नहीं की होगी… 10 साल का काम अभी तो ट्रेलर है, मुझे तो और आगे जाना है।" pic.twitter.com/Cp3099RMBH
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 12, 2024
उन्होंने कहा, “हमारे लिए विकास परियोजनाएं सरकार बनाने के लिए नहीं, बल्कि विकसित भारत बनाने के लिए हैं. हमारी आने वाली पीढि़यों को उन संघर्षों का सामना न करना पड़े, जिनका सामना हमें करना पड़ा था. अपने 10 वर्षों में हमने पूर्वी और पश्चिमी डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर भी बनाए हैं. इस मांग को कांग्रेस ने दशकों तक लटकाया… फ्रेट कॉरिडोर औद्योगिक गलियारे के निर्माण के लिए उत्प्रेरक का काम कर रहे हैं”.
देश को विकसित और आर्थिक रूप से सक्षम बनाने में रेलवे की महत्वपूर्ण भूमिका को ध्यान में रखते हुए, प्रधान मंत्री ने कहा, “रेलवे का परिवर्तन विकसित भारत की गारंटी है.” उन्होंने कहा, वंदे भारत ट्रेन का नेटवर्क 250 से अधिक जिलों तक पहुंच गया है. सरकार लगातार वंदे भारत ट्रेनों के मार्ग का विस्तार कर रही है… हम रेलवे के 100% विद्युतीकरण की दिशा में काम कर रहे हैं. हम रेलवे स्टेशनों को बिजली से चलाने की भी योजना बना रहे हैं, जिसके लिए सोलर ऊर्जा का इस्तेमाल किया जाएगा. हम रेलवे स्टेशनों पर जन औषधि केंद्र स्थापित कर रहे हैं. ये सुधार रेलवे में ‘मेड इन इंडिया’ के लिए एक इकोसिस्टम तैयार करेंगे.”
पीएम मोदी ने रेलवे के बदलते परिदृश्य पर रोशनी डाली और तेज गति से रेलवे ट्रैक बिछाने, 1300 से अधिक रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास, वंदे भारत, नमो भारत और अमृत भारत जैसी अगली पीढ़ी की ट्रेनों को हरी झंडी दिखाने और आधुनिक रेलवे इंजनों के अनावरण के बारे में भी बताया. उन्होंने कहा, “स्वतंत्रता के बाद, सरकारों ने सामाजिक कल्याण पर राजनीतिक लाभ को प्राथमिकता दी, जिसने रेलवे क्षेत्र को सबसे अधिक प्रभावित किया. 10 साल पहले, 6 पूर्वोत्तर राज्यों की राजधानियों में रेलवे स्टेशनों की कमी थी लेकिन हमारी सरकार ने रेलवे क्षेत्र के परिदृश्य को पूरी तरह से बदल दिया है. इस क्षेत्र को प्राथमिकता दी जा रही है. हमने 2014 से पहले के बजट की तुलना में औसत रेल बजट को 6 गुना बढ़ा दिया है.”
पीएम मोदी ने कहा, “इन रेलवे ट्रेनों, पटरियों और स्टेशनों का निर्माण मेड इन इंडिया का एक पारिस्थितिकी तंत्र बना रहा है.” उन्होंने बताया कि मेड इन इंडिया लोकोमोटिव और कोचों को श्रीलंका, मोजाम्बिक, सेनेगल, म्यांमार और सूडान जैसे देशों में निर्यात किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि मेड इन इंडिया सेमी हाई-स्पीड ट्रेनों की मांग से ऐसे कई और कारखानों का उदय होगा. पीएम मोदी ने कहा, “रेलवे का कायाकल्प, नए निवेश रोजगार के नए अवसरों की गारंटी देता है.”
आज की विकास परियोजनाओं में रेलवे के बुनियादी ढांचे, कनेक्टिविटी और पेट्रोकेमिकल्स सहित कई क्षेत्र शामिल हैं. पीएम मोदी ने 10 नई वंदे भारत ट्रेनों को भी हरी झंडी दिखाई है.