बिहार में आगामी चार महीने बाद प्रस्तावित विधानसभा चुनाव को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर राज्य का दौरा किया और सीवान में एक विशाल जनसभा को संबोधित किया। यह जनसभा राजनीतिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है, क्योंकि इसमें पीएम मोदी ने राज्य के लिए 5736 करोड़ रुपये की 22 विकास परियोजनाओं की सौगात दी, साथ ही विपक्ष पर तीखा हमला करते हुए जनता से सतर्क रहने की अपील भी की।
अपने संबोधन की शुरुआत में प्रधानमंत्री ने सीवान की ऐतिहासिक और सांविधानिक विरासत को याद किया और कहा कि यह धरती संविधान को शक्ति देने वाली है और स्वतंत्रता संग्राम की चेतना से ओतप्रोत रही है। उन्होंने कहा कि आज बिहार तेजी से विकास की ओर अग्रसर है और आने वाले समय में भारत को वैश्विक महाशक्ति बनाने में इसकी अहम भूमिका होगी। उन्होंने बताया कि वह विदेश यात्रा से लौटने के बाद सीधे बिहार आए हैं, और वहां समृद्ध देशों के नेता भारत की तेज़ प्रगति को देखकर प्रशंसा कर रहे हैं।
बिहार के सर्वांगीण विकास के लिए डबल इंजन सरकार प्रतिबद्ध है। आज सिवान से हजारों करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास-लोकार्पण कर अत्यंत प्रसन्न हूं। https://t.co/Jh75fgXpwB
— Narendra Modi (@narendramodi) June 20, 2025
प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्ष, खासकर ‘जंगलराज’ की पहचान वाले दलों, अर्थात राजद और कांग्रेस गठबंधन पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि ये लोग फिर से मौका तलाश रहे हैं, और तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे हैं। उन्होंने कहा कि बिहार के लोगों को अपने और अपने बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए सतर्क रहना होगा। उन्होंने यह भी कहा कि बिहार, जिसने सदियों तक भारत को विकास का नेतृत्व दिया, उसे ‘पंजे’ और ‘लालटेन’ के गठबंधन ने पलायन की भूमि में बदल दिया था। पीएम ने दावा किया कि एनडीए सरकार के आने के बाद ही गरीबी वास्तव में कम होने लगी है, और आज 25 करोड़ लोग गरीबी रेखा से बाहर निकले हैं, जिसकी विश्व स्तर पर सराहना हो रही है।
इस कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी हेलीकॉप्टर से सीवान के जसौली गांव पहुंचे थे और वहां से खुली जीप में रोड शो करते हुए कार्यक्रम स्थल पहुंचे। उनके साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी भी मौजूद थे, जिससे एक बार फिर एनडीए की एकता और स्थिरता का संदेश गया।
प्रधानमंत्री ने प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना के तहत 53,666 लाभार्थियों के खाते में ₹536 करोड़ की पहली किस्त ट्रांसफर की और 6,684 परिवारों को पक्के मकानों की चाबी सौंपी। इसके अतिरिक्त, उन्होंने अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत 11 रेलवे स्टेशन परियोजनाओं और नमामि गंगे मिशन की 4 योजनाओं का शिलान्यास किया, जिन पर कुल ₹2,997 करोड़ खर्च किए जाएंगे।
यही नहीं, पीएम मोदी ने पाटलिपुत्र-गोरखपुर वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई, जो अब मुजफ्फरपुर और बेतिया होते हुए यह रूट तय करेगी। इसके साथ ही नई वैशाली-देवरिया रेल लाइन परियोजना की भी शुरुआत की गई। एक और बड़ी उपलब्धि के तौर पर प्रधानमंत्री ने सारण जिले के मढ़ौरा रेल इंजन फैक्ट्री में बने पहले इंजन का गिनी गणराज्य को निर्यात करने की शुरुआत की, जो ‘मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड’ की नीति का सशक्त उदाहरण है।
आरजेडी-कांग्रेस की करतूतें हमेशा विकास विरोधी रही हैं। वहीं डबल इंजन सरकार आज नया बिहार बनाने में जुटी है, मढ़ौरा रेल फैक्ट्री इसका एक बड़ा उदाहरण है। pic.twitter.com/oyxxlLs1qW
— Narendra Modi (@narendramodi) June 20, 2025
यह दौरा पिछले 6 महीनों में पीएम मोदी का चौथा बिहार दौरा है और 20 दिनों में दूसरा, जो स्पष्ट रूप से भाजपा और एनडीए की चुनावी रणनीति का हिस्सा है। इसके बाद प्रधानमंत्री ओडिशा के भुवनेश्वर जाएंगे, जहां वे मुख्यमंत्री मोहन मांझी सरकार के एक वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में भाग लेंगे और 18,600 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाएं राज्य को समर्पित करेंगे। आज रात को ही वे आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम रवाना होंगे, जहां 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर एक विशाल योग कार्यक्रम में भाग लेंगे।
इस दौरे से स्पष्ट है कि प्रधानमंत्री मोदी न केवल विकास योजनाओं के उद्घाटन और राजनीतिक संप्रेषण में जुटे हैं, बल्कि वह एनडीए की स्थिर सरकार और विपक्ष की विफलताओं के बीच स्पष्ट विकल्प जनता के सामने प्रस्तुत कर रहे हैं। बिहार में चुनावी अभियान अब पूरी तरह से गति पकड़ता दिख रहा है।
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