‘खालसा तिरंगा यात्रा’ के माध्यम से सिख समुदाय द्वारा भारतीय सेना के सम्मान में निकाली गई देशभक्ति की एक प्रेरक मिसाल को दर्शाती है। इसमें ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता के बाद भारतीय सैनिकों के शौर्य और बलिदान को सार्वजनिक रूप से सराहा गया।
‘खालसा तिरंगा यात्रा’ की मुख्य विशेषताएँ:
🔹 | विवरण |
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स्थान | दिल्ली – यात्रा तालकटोरा स्टेडियम से शुरू होकर कर्तव्य पथ पर समाप्त हुई |
रूपरेखा | भगवा पगड़ी, तिरंगा झंडा और मोटरसाइकिलों पर सवार हजारों सिख युवाओं ने भाग लिया |
उद्देश्य | भारतीय सेना के पराक्रम और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता का उत्सव मनाना |
उद्घाटन | दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता द्वारा हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया |
प्रमुख सहभागिता | मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा और आशीष सूद सहित कई अन्य नेता |
सेना के शौर्य को सलाम:
मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने सेना की ‘100 किलोमीटर अंदर घुसकर दुश्मन का खात्मा करने’ की बहादुरी की सराहना करते हुए कहा:
“हम उस बहादुर मां को भी सलाम करते हैं जिसने ऐसा शूरवीर पैदा किया।”
यह वक्तव्य न केवल सैनिकों को सम्मानित करता है, बल्कि राष्ट्र के प्रति सिख समुदाय की दृढ़ निष्ठा को भी दर्शाता है।
Khalsa Tiranga Yatra
🇮🇳🇮🇳 Jai Hind 🇮🇳🇮🇳 pic.twitter.com/Tz9xOYwOAm
— Manjinder Singh Sirsa (@mssirsa) May 21, 2025
राजनीतिक टिप्पणी: राहुल गांधी पर निशाना:
सिरसा ने इस अवसर पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तीखा हमला बोला:
- राहुल गांधी की देशभक्ति पर सवाल
- सोनिया गांधी की विदेशी पृष्ठभूमि को लेकर टिप्पणी
- चीन, तुर्की और पाकिस्तान से संबंधों को लेकर आरोप
🔻 यह बयान राजनीतिक रूप से आक्रामक था, जिसमें यह संदेश देने की कोशिश की गई कि राष्ट्रभक्ति केवल भाषणों से नहीं, कार्यों और समर्थन से साबित होती है।
पृष्ठभूमि: ऑपरेशन ‘सिंदूर’ क्या है?
हालाँकि मीडिया में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर सीमित खुलासे हुए हैं, लेकिन यह संभवतः एक सीमावर्ती अथवा आतंक-निरोधी सैन्य अभियान रहा है, जिसमें भारतीय सेना ने गुप्त रूप से शत्रु के इलाके में घुसकर कार्रवाई की।
इस रैली का महत्व:
- यह कार्यक्रम सिख समुदाय की भारतीय सेना के प्रति आस्था और निष्ठा को दर्शाता है।
- यह उस धारणा को भी मज़बूत करता है कि सिख परंपरा सदियों से राष्ट्र की रक्षा से जुड़ी रही है।
- यह यात्रा राष्ट्रीय एकता, तिरंगे के प्रति सम्मान और राष्ट्रवादी भावना का जनसमर्थन भी जुटाने का प्रयास थी।