अभिनेत्री तृषा कृष्णन के बारे में अश्लील टिप्पणियाँ करने वाले तमिल अभिनेता मंसूर अली खान चेन्नई में पुलिस के सामने पेश हुए हैं। इससे पहले उनकी जमानत याचिका को कोर्ट ने ख़ारिज कर दिया था। उन्होंने पहले पेश होने से मना किया था लेकिन याचिका ख़ारिज हो जाने के बाद पहुँच गए।
बता दें कि मंसूर अली खान पर तृषा कृष्णन पर अश्लील टिप्पणी करने के कारण मामला दर्ज हुआ था। खान ने तृषा कृष्णन के साथ हाल ही में आई लियो फिल्म में काम किया था। जिसके पश्चात उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान यह टिप्पणियाँ की थी।
मंसूर अली खान ने कहा था, “मुझे जब मालूम हुआ कि मैं तृषा के साथ काम कर रहा हूँ तो मुझे लगा कि यह एक बेडरूम सीन होगा। मुझे लगा कि मैं फिल्म में तृषा को उठाकर बेडरूम में ले जाऊँगा जैसा मैंने और भी कई अभिनेत्रियों के साथ पहले फिल्मों में किया है। मैंने पहले भी कई रेप सीन किए हैं और मेरे लिए यह कोई नई बात नहीं है। लेकिन, इन लोगों ने कश्मीर में शूटिंग के दौरान मुझे तृषा को देखने तक नहीं दिया।”
The context ….😡😡pic.twitter.com/n0ge3Qkzer
— Aryan (@chinchat09) November 18, 2023
मंसूर अली खान ने अपने इस विवादित बयान की चारों तरफ आलोचना होने के बाद भी माफ़ी माँगने से मना कर दिया था। उन्होंने कहा था कि मैं क्या कोई ऐसा आदमी दिखता हूँ जो माफ़ी माँगूँगा। उन्होंने मीडिया के इस खबर के कवरेज पर भी तंज कसा था। उन्होंने कहा था कि मेरी और तृषा की फोटो बराबर में लगा कर चलाई गईं जैसे हम दूल्हा-दुल्हन हों।
मंसूर अली खान ने यह भी दावा किया था कि उनके इस बयान के चलते जो प्रतिबंध लगाया गया है वह गलत है। उन्होंने तमिल लोगों को अपने साथ बताया था। उनके खिलाफ चेन्नई के एक महिला थाने में FIR दर्ज की गई थी।
पुलिस ने उन्हें आज पूछताछ के लिए बुलाया था जिसमें उन्होंने पहले जाने मना कर दिया था। खान ने इसके पीछे स्वास्थ्य कारणों का हवाला दिया था। इसके साथ ही उन्होंने एक न्यायालय के सामने अंतरिम जमानत के लिए भी याचिका लगाई थी। हालाँकि उसमे कुछ कमियों की वजह से याचिका वापस ले ली गई थी। अब यह जानकारी सामने आई है कि वह पुलिस के सामने पेश हो गए हैं।
तृषा कृष्णन ने मंसूर अली खान को एक नीच इंसान बताया था। उनकी लियो फिल्म के डायरेक्टर लोकेश कंगराज ने भी आलोचना की थी।
गौरतलब है कि उनके खिलाफ एक्शन लेने के लिए राष्ट्रीय महिला आयोग ने तमिलनाडु के डीजीपी को निर्देश दिया था। उन पर यौन शोषण और महिलाओं को अपमानित करने वाला बयान देने की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था।