गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने अहमदाबाद में हिंदू आध्यात्मिक मेले का उद्घाटन करते हुए अपने संबोधन में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पिछले 10 वर्षों की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला और विपक्ष पर तीखे प्रहार किए। उन्होंने देश में हिंदू संस्कृति और गौरव को पुनर्स्थापित करने के भाजपा के प्रयासों पर जोर दिया।
सेवा, सनातन संस्कृति का मूल भाव है। आज अहमदाबाद में हिंदू आध्यात्मिक एवं सेवा संस्थान द्वारा आयोजित मेले का लोकार्पण किया। चार दिनों तक चलने वाला यह मेला विकास और विरासत का अनूठा संगम है। इसमें 200 से अधिक सेवा संस्थाओं और BSF ने अपनी प्रदर्शनी लगाई है। स्कूली बच्चों के लिए… pic.twitter.com/0i8YPU4BTE
— Amit Shah (@AmitShah) January 23, 2025
भाषण के मुख्य बिंदु:
1. हिंदू गौरव का उभार:
- शाह ने कहा कि पहले दिल्ली में “हिंदू हूं” कहना मुश्किल था, लेकिन भाजपा सरकार के 10 वर्षों के शासन के बाद आज हर कोई गर्व से यह कह सकता है।
- उन्होंने इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा सरकार की विचारधारा की सफलता बताया।
अहमदाबाद में हिन्दू आध्यात्मिक एवं सेवा संस्थान द्वारा आयोजित मेले के शुभारंभ कार्यक्रम से लाइव…
અમદાવાદ ખાતે હિન્દુ આધ્યાત્મિક અને સેવા સંસ્થા દ્વારા આયોજિત મેળાના શુભારંભ કાર્યક્રમથી લાઈવ. https://t.co/Mq51XnVcem
— Amit Shah (@AmitShah) January 23, 2025
2. भाजपा सरकार की उपलब्धियां:
- शाह ने राम मंदिर के निर्माण का उल्लेख करते हुए कहा कि 550 वर्षों के बाद रामलला टेंट से बाहर आए हैं और भव्य मंदिर बन रहा है।
- अनुच्छेद 370 को हटाने को उन्होंने केंद्र सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक बताया।
- उन्होंने कहा कि चोरी हुई भारतीय दैवीय मूर्तियों को दुनियाभर से वापस लाने का काम केंद्र सरकार ने प्राथमिकता से किया।
- उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार वह काम कर रही है जो पिछले सात दशकों तक अधूरे रहे।
3. कुंभ मेले का जिक्र:
- शाह ने प्रयागराज में हो रहे महाकुंभ के भव्य आयोजन की सराहना की।
- उन्होंने बताया कि दुनिया भर के लोग कुंभ मेले के आयोजन और प्रबंधन से आश्चर्यचकित हैं।
- शाह ने कहा कि कुंभ का प्रभावी प्रबंधन सरकार द्वारा किए गए सहयोग और जनता के विश्वास का परिणाम है।
- उन्होंने कहा कि “सरकार का योगदान रामसेतु बनाने में गिलहरी के योगदान जितना है।”
4. कांग्रेस और विपक्ष पर निशाना:
- शाह ने कहा कि मुगलों और कांग्रेस के शासनकाल में भी कुंभ का आयोजन हुआ, लेकिन उनके कार्यकाल में यह वैसा सम्मान नहीं पा सका जैसा भाजपा सरकार ने दिया।
- उन्होंने भाजपा सरकार को भारतीय संस्कृति और परंपराओं को पुनर्जीवित करने वाला बताया।
5. कुंभ में शामिल होने की अपील:
- शाह ने गुजरात की जनता से अपील की कि महाकुंभ का आयोजन 144 साल में एक बार होता है और हर किसी को इसमें भाग लेना चाहिए।
- उन्होंने बताया कि वे खुद नौ बार कुंभ मेले में शामिल हो चुके हैं और 27 जनवरी को प्रयागराज कुंभ में भाग लेंगे।
#WATCH | Ahmedabad, Gujarat: Union Home Minister Amit Shah says, "The Maha Kumbh is underway in Prayagraj after 144 years. The world is surprised at it. Various ambassadors asked me for an invitation. I explained to them that Kumbh is a fair which does not need any invitation.… pic.twitter.com/HiOgppPFFI
— ANI (@ANI) January 23, 2025
अमित शाह का यह संबोधन भाजपा की विचारधारा और सरकार की उपलब्धियों को उजागर करने के साथ-साथ विपक्ष की आलोचना पर केंद्रित था। उनके द्वारा हिंदू संस्कृति, राम मंदिर, और कुंभ मेले का उल्लेख भाजपा के पारंपरिक वोटबैंक को मजबूत करने का प्रयास है। शाह की अपील से यह स्पष्ट है कि भाजपा भारतीय संस्कृति और परंपराओं को चुनावी रणनीति का अहम हिस्सा बना रही है।
‘पराक्रम दिवस’ के अवसर पर अहमदाबाद के सुभाष चौक पर स्थित आज़ादी के महानायक नेताजी सुभाषचंद्र बोस जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।
आज़ादी के इतिहास में अमिट छाप छोड़ने वाले नेताजी की वीरगाथा देश की युवा पीढ़ी को देशभक्ति और निःस्वार्थ सेवा के लिए प्रेरित करती रहेगी।
'પરાક્રમ… pic.twitter.com/kTS6FhYRSv
— Amit Shah (@AmitShah) January 23, 2025