भारत में संपन्न हुए जी-20 शिखर सम्मेलन की पूरी दुनिया में सराहना हो रही है। अमेरिका ने इसे पूरी तरह सफल बताया है। साथ ही दिल्ली घोषणा-पत्र को महत्वपूर्ण करार दिया है। सम्मेलन 9 और 10 सितंबर 2023 को दिल्ली में हुआ था।
आयोजन की कामयाबी को लेकर यह प्रतिक्रिया अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने 11 सितंबर को पत्रकारों से बात करते हुए दी। उनसे पूछा गया था कि क्या जी20 शिखर सम्मेलन सफल रहा? जवाब में उन्होंने कहा, “हमारा (अमेरिका) पूरी तरह से मानना है कि यह एक सफलता थी। जी20 एक बड़ा संगठन है। रूस G20 का सदस्य है। चीन G20 का सदस्य है।”
G20 के नई दिल्ली घोषणा पत्र को मिलर ने महत्वपूर्ण बयान बताया। इससे रूस की गैर मौजूदगी को लेकर उन्होंने कहा, “ऐसे सदस्य हैं जिनके पास अलग तरह के विचार हैं। हम इस तथ्य पर विश्वास करते हैं कि संगठन ने एक ऐसा बयान जारी किया जो क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता का सम्मान करने के लिए कहता है। कहता है कि इन सिद्धांतों का उल्लंघन नहीं किया जाना चाहिए। यह एक अत्यंत महत्वपूर्ण बयान है, क्योंकि यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के मूल में बिल्कुल यही बात है।”
#WATCH | On the question of the absence of Russia word from the New Delhi Leaders’ Declaration and whether the G20 Summit was successful, US State Department Spokesperson Matthew Miller says, "We absolutely believe it was a success. The G20 is a big organisation. Russia is a… pic.twitter.com/NgQGhC5iAM
— ANI (@ANI) September 11, 2023
भारत की अध्यक्षता में हुए जी-20 शिखर सम्मेलन से कई ठोस नतीजे निकले हैं। वैश्विक नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उनके ‘निर्णायक नेतृत्व’ और ग्लोबल साउथ की आवाज का समर्थन करने के लिए खासी सराहना की है। इस सम्मेलन के जरिए भारत ने दृढ़ता के साथ ‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’ का संदेश दिया। इसे दुनिया के नेताओं ने सराहा और इस पर सहमति जाहिर की।
यह पहली बार था कि G20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी भारत ने की। भारत ने समावेशी विकास, डिजिटल नवाचार, जलवायु लचीलापन और समान वैश्विक स्वास्थ्य पहुँच जैसे विभिन्न मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया है। पिछले साल जहाँ इंडोनेशिया ने जी20 की अध्यक्षता की थी, वहीं भारत के बाद ब्राजील इसकी अध्यक्षता करेगा।