गुजरात के भरूच स्थित सेंट जेवियर्स स्कूल के उप-प्राचार्य पादरी कमलेश रावल को एक नाबालिग छात्रा के यौन शोषण के मामले में गिरफ्तार किया है। छात्रा फिलहाल 12वीं पास करके कॉलेज में पढ़ती है। जिस समय घटना हुई थी, उस समय वह इस स्कूल में पढ़ती थी। स्कूल छोड़ने के बाद पीड़िता के परिजनों ने थाने में जाकर शिकायत दी। इसके बाद POCSO सहित विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज हुआ है।
लड़की के माता-पिता द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत में यौन शोषण की अलग-अलग घटनाओं का जिक्र किया गया है। शिकायत में कहा गया है कि साल 2022 और साल 2024 के बीच दो अलग-अलग मौकों पर उनकी बेटी का शोषण हुआ। शिकायत के अनुसार, पादरी कमलेश ने दोनों मौकों पर तब 10वीं कक्षा की छात्रा रही पीड़िता को अपने कार्यालय में बुलाकर उसका यौन शोषण किया था।
नाबालिग छात्रा का आरोप है कि आरोपित ने उसे अपने कक्ष में बुलाया और उसके साथ छेड़छाड़ की। उसने यह भी धमकी दी कि यह बात अगर किसी तो बताई वह छात्रा को स्कूल से निकाल देगा। इससे पीड़िता को स्कूल से निकाले जाने और बदनामी का भी डर सताने लगा। इस कारण वह चुप रही थी। पीड़िता के साथ दूसरी घटना दिसंबर 2024 में हुई।
आरोप है कि इस क्रिश्चियन स्कूल में पुराने विद्यार्थियों को स्कूल के एक कार्यक्रम में बुलाया गया था। कार्यक्रम के बाद उसके साथ दोबारा बलात्कार किया गया और किसी को नहीं बताने की धमकी भी दी गई थी। पीड़िता का यह भी आरोप है कि पादरी कमलेश ने उसे बार-बार ह्वाट्सऐप मैसेज करके उससे फिर से शारीरिक संबंध बनाने की माँग की। इससे पीड़िता तंग आ गई।
आखिरकार पीड़िता ने इस बारे में अपने परिजनों को पूरी बता बता दी। परिजनों ने इसकी शिकायत पुलिस थाने में की। शिकायत के आधार पर भरूच बी डिवीजन पुलिस ने आरोपित पादरी के खिलाफ यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (POCSO) की धारा 6, 10 और 12 के साथ-साथ IPC की धारा 376, 376(2)(एन) और 376(3) के तहत मामला दर्ज कर लिया।
मामला सामने आने के बाद स्कूल ने आरोपित का तबादला दूसरे स्कूल में कर दिया। वहाँ से उसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस आरोपित के फोन की भी जाँच कर रही है कि कहीं किसी और छात्रा के साथ ऐसी घटना तो नहीं हुई। आरोपित को 15 जनवरी किया गया है। इस मामले में चार दिन पहले शिकायत दर्ज कराई गई थी।