विराट कोहली का टेस्ट क्रिकेट से संन्यास — एक ऐतिहासिक अध्याय समाप्त
🔥 घोषणा का सारांश:
- विराट कोहली ने आज अपने इंस्टाग्राम पर टेस्ट क्रिकेट से रिटायरमेंट का ऐलान किया।
- यह घोषणा रोहित शर्मा के टेस्ट संन्यास के 5 दिन बाद आई।
- कोहली का भावुक संदेश:
“इसने मेरी परीक्षा ली, मुझे आकार दिया, जीवन के सबक दिए। यह फैसला आसान नहीं, लेकिन सही है।”
विराट कोहली का टेस्ट करियर — आंकड़ों में:
आँकड़ा | विवरण |
---|---|
डेब्यू | जून 2011 बनाम वेस्ट इंडीज |
टेस्ट खेले | 129 |
पारियां | 210 |
कुल रन | 9230 |
औसत | 46.85 |
शतक | 30 |
अर्धशतक | 31 |
सर्वश्रेष्ठ स्कोर | 254* बनाम साउथ अफ्रीका |
कप्तान के तौर पर | भारत को 40 टेस्ट जीत दिलाई (रिकॉर्ड) |
खास पहचान — टेस्ट कैप #269
- विराट कोहली भारत के सबसे सफल टेस्ट कप्तान रहे।
- 2014 से 2022 तक, उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में भारत को नई आक्रामकता और फिटनेस कल्चर दिया।
- उन्होंने डब्ल्यूटीसी फाइनल 2021 में भारत को पहुंचाया और 2018 में ऑस्ट्रेलिया में ऐतिहासिक टेस्ट सीरीज़ जीत दिलाई।
विराट का टेस्ट संन्यास: एक भावनात्मक क्षण
“सफेद कपड़ों में खेलना एक बहुत ही निजी अनुभव है… यह आसान नहीं है, लेकिन यह सही लगता है।”
- विराट की यह पंक्तियाँ उनकी टेस्ट क्रिकेट से भावनात्मक जुड़ाव को दर्शाती हैं।
- उन्होंने अपनी पोस्ट में सभी फैंस, टीममेट्स और सपोर्ट स्टाफ का आभार जताया।
अब आगे क्या?
- कोहली अब केवल वनडे क्रिकेट खेलते दिखाई देंगे।
- उन्होंने 2024 T20 वर्ल्ड कप जीतने के बाद T20I से भी संन्यास ले लिया था।
- आने वाले समय में वह 2025 चैंपियंस ट्रॉफी और 2027 वर्ल्ड कप में वनडे फॉर्मेट में भारत का प्रतिनिधित्व कर सकते हैं।
भारतीय क्रिकेट के लिए क्या मायने?
- रोहित और कोहली, दोनों के टेस्ट से बाहर होने के बाद भारत को अब एक नई टेस्ट पीढ़ी खड़ी करनी होगी।
- शुभमन गिल, यशस्वी जायसवाल, ऋतुराज गायकवाड़ जैसे युवाओं पर जिम्मेदारी बढ़ेगी।
अंतिम शब्द:
विराट कोहली का टेस्ट संन्यास केवल एक खिलाड़ी की विदाई नहीं है — यह उस मानसिकता की विदाई है जिसने भारतीय टीम को “हार न मानने वाली” पहचान दी।