समाजवादी पार्टी के नेता अबू आजमी की ओर से मुगल बादशाह औरंगजेब को महान बताए जाने के बाद से सियासी पारा चढ़ा हुआ है. इस बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि हम सभी लोगों को लगता है कि छत्रपति संभाजी नगर (पूर्व में औरंगाबाद) से मुगल बादशाह औरंगजेब की कब्र को ढहा दिया जाए. हालांकि ऐसा करना केवल कानून का पालन करने के बाद ही संभव है.
महाराष्ट्र में औरंगजेब की कब्र को लेकर उठे विवाद का राजनीतिक और ऐतिहासिक दोनों ही संदर्भों में महत्व है। बीजेपी सांसद उदयनराजे भोसले, जो छत्रपति शिवाजी महाराज के वंशज हैं, इस कब्र को ढहाने की मांग कर रहे हैं, जबकि डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस का कहना है कि यह एएसआई (भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण) द्वारा संरक्षित स्मारक है, इसलिए इसे कानूनी प्रक्रिया के तहत ही हटाया जा सकता है।
इस विवाद के पीछे की राजनीति:
1️⃣ हिंदुत्व और मराठा अस्मिता:
- औरंगजेब का नाम हिंदुत्व विचारधारा के खिलाफ एक प्रतीक माना जाता है क्योंकि उसने हिंदुओं पर जज़िया कर लगाया था, काशी-मथुरा जैसे मंदिरों को तोड़ा और छत्रपति संभाजी महाराज की नृशंस हत्या करवाई।
- बीजेपी और शिवसेना (शिंदे गुट) मराठा गौरव और हिंदुत्व को केंद्र में रखकर राजनीति कर रही हैं, इसलिए उदयनराजे भोसले का बयान इसी रणनीति का हिस्सा हो सकता है।
2️⃣ कानूनी अड़चनें:
- फडणवीस ने यह साफ कर दिया कि औरंगजेब की कब्र को कांग्रेस सरकार के समय एएसआई संरक्षण मिला था, इसलिए इसे हटाने के लिए कानूनी प्रक्रिया का पालन करना होगा।
- अगर बिना कानूनी आधार के इसे हटाने का प्रयास किया जाता है, तो विपक्ष इसे ‘संविधान विरोधी कदम’ कहकर केंद्र और राज्य सरकार पर हमला कर सकता है।
3️⃣ मुस्लिम वोट बैंक और विपक्ष की प्रतिक्रिया:
- महाराष्ट्र कांग्रेस और एनसीपी (शरद पवार गुट) इस मुद्दे को मुस्लिम समुदाय को भाजपा के खिलाफ एकजुट करने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं।
- विपक्ष पहले ही हिंदू-मुस्लिम ध्रुवीकरण को लेकर भाजपा पर हमलावर रहता है, ऐसे में अगर कब्र को हटाने की कार्रवाई होती है, तो इसे ‘संप्रदायिक राजनीति’ करार दिया जाएगा।
भविष्य में क्या हो सकता है?
✅ सरकार कानूनी विशेषज्ञों से सलाह लेकर एएसआई के संरक्षण पर पुनर्विचार करवा सकती है।
✅ सरकार इसे ढहाने के बजाय, कब्र पर सूचना बोर्ड लगाकर यह दर्शा सकती है कि औरंगजेब कौन था और उसने किस प्रकार मराठा और हिंदू विरासत के खिलाफ कार्य किए।
✅ यह मुद्दा मराठा समुदाय और हिंदुत्व समर्थकों को एकजुट करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है, खासकर 2024 लोकसभा चुनावों से पहले।
सीएम योगी ने सपा पर बोला था हमला
समाजवादी पार्टी के महाराष्ट्र विधायक अबू आसिम आजमी को औरंगजेब की प्रशंसा करने के लिए पूरे बजट सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया. औरंगजेब की कब्र कथित तौर पर उस समय से महाराष्ट्र में एक राजनीतिक मुद्दा बनी हुई है, जब से विक्की कौशल अभिनीत फिल्म छावा रिलीज हुई है, जिसमें मराठा राजा छत्रपति शिवाजी महाराज के बेटे संभाजी महाराज को पकड़ने और उनकी हत्या को दर्शाया गया है.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में अबू आजमी के बयान को लेकर सपा पर हमला बोला था. उन्होंने कहा था कि उस कमबख्त को पार्टी से निकालो. अगर न हो पाए तो यूपी भेज दो, ठीक कर देंगे.