भारत और पाकिस्तान के बीच मौजूदा तनाव बहुत गंभीर मोड़ पर पहुंच चुका है। 7-8 मई की रात पाकिस्तान द्वारा उत्तरी और पश्चिमी भारत के कई संवेदनशील सैन्य ठिकानों — जैसे जम्मू, श्रीनगर, पठानकोट, अमृतसर, भुज आदि — पर ड्रोन और मिसाइल हमले की कोशिश, और फिर भारतीय सेना का जवाबी हमला, जिसमें लाहौर की वायु रक्षा प्रणाली को निष्क्रिय किया गया, यह संकेत है कि संघर्ष अब केवल सीमित कार्रवाई तक सीमित नहीं रहा है।
मुख्य बिंदु:
- पाकिस्तानी हमले:
- ड्रोन व मिसाइल हमले का प्रयास: 15 से अधिक भारतीय ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश।
- भारतीय एयर डिफेंस ने सभी हमलों को नाकाम किया। मलबा पाकिस्तानी हथियारों का प्रमाण है।
- भारतीय जवाबी कार्रवाई:
- सेना ने 8 मई की सुबह पाकिस्तान की वायु रक्षा प्रणाली और रडार को निशाना बनाया।
- लाहौर की वायु रक्षा प्रणाली को निष्क्रिय कर दिया गया।
- भारत ने केवल आतंकी ठिकानों पर हमले किए थे, न कि आम नागरिकों या सैन्य अड्डों पर — यह संदेश भारत स्पष्ट रूप से दे रहा है।
- LoC पर पाकिस्तान की आक्रामकता:
- भारी मोर्टार और आर्टिलरी से गोलीबारी।
- कुपवाड़ा, पुंछ, राजौरी जैसे क्षेत्रों में 16 नागरिकों की मौत।
- भारत का रुख:
- विदेश मंत्री जयशंकर ने स्पष्ट किया कि भारत युद्ध नहीं चाहता, लेकिन यदि हमला होगा, तो उसका जवाब भी उतना ही कठोर होगा।
- ईरान जैसे पड़ोसी देशों को भी इस स्थिति की गंभीरता से अवगत कराया गया है।
#WATCH | Delhi: Colonel Sofiya Qureshi says, "This morning, the Indian Armed Forces targeted Air Defence Radars and systems at a number of locations in Pakistan. Indian response has been in the same domain with same intensity as Pakistan. It has been reliably learnt that an Air… pic.twitter.com/chaTbH8nsg
— ANI (@ANI) May 8, 2025
यह स्थिति दर्शाती है कि भारत अब सीमित प्रतिक्रिया की नीति से आगे बढ़ चुका है, और आतंकवाद को प्रायोजित करने वाले ढांचे को सीधे निशाना बनाया जा रहा है, भले ही वो किसी भी देश में हों।