पहलगाम हमले के बाद भारत में आतंकवाद के खिलाफ विशेष अभियान चल रहा है. इस बर्बरता को अंजाम देने वाले दहशतगर्तों की तलाश में भारतीय सुरक्षा बल की टीम जम्मू कश्मीर में ऑपरेशन चला रही है. भारत सरकार ने आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए सेना को खुली छूट दे दी है. पीएम मोदी ने साफ कर दिया है कि आतंकियों पर कार्रवाई का जगह, समय, तरीका सबकुछ सेना तय करेगी. इस बीच गुरुवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आतंकियों को कड़ा संदेश देते हुए साफ कहा कि यह मोदी की सरकार है, आतंकियों को चुन-चुन कर खत्म किया जाएगा.
अमित शाह बोले- आतंकवाद को उखाड़ फेंकना हमारा संकल्प
शुक्रवार को अमित शाह ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमने हर चीज का कड़ा जवाब दिया है, चाहे वह उत्तर पूर्व हो, वामपंथी उग्रवाद के क्षेत्र हो या कश्मीर में आतंकवाद का साया हो. अगर कोई सोचता है कि कायरतापूर्ण हमला करके उसने अपनी बड़ी जीत हासिल कर ली है, तो समझ लीजिए कि यह नरेंद्र मोदी सरकार है, किसी को बख्शा नहीं जाएगा. इस देश के हर इंच से आतंकवाद को उखाड़ फेंकना हमारा संकल्प है और यह पूरा होगा.
अमित शाह ने आगे कहा कि इस लड़ाई में न केवल 140 करोड़ भारतीय बल्कि पूरी दुनिया भारत के साथ खड़ी है, दुनिया के सभी देश एक साथ आए हैं और आतंकवाद के खिलाफ इस लड़ाई में भारत के लोगों के साथ खड़े हैं.
#WATCH | Delhi: Union Home Minister Amit Shah says, "…If someone, by doing a cowardly attack, thinks that it is their big victory, then understand one thing, this is the Narendra Modi government, no one will be spared. It is our resolve to uproot terrorism from every inch of… pic.twitter.com/c4c4FPN17h
— ANI (@ANI) May 1, 2025
जब तक आतंकवाद का सफाया नहीं हो जाता, हमारी लड़ाई जारी रहेगीः अमित शाह
अमित शाह ने आगे कहा कि मैं यह संकल्प दोहराना चाहता हूं कि जब तक आतंकवाद का सफाया नहीं हो जाता, हमारी लड़ाई जारी रहेगी और जिन्होंने इसे अंजाम दिया है, उन्हें उचित सजा जरूर मिलेगी. गुरुवार को दिल्ली के कैलाश कॉलोनी में बोडो नेता उपेंद्रनाथ ब्रह्मा के सम्मान में सड़क और प्रतिमा का इनॉगरेशन करते हुए अमित शाह ने आतंकवाद पर सीधी ललकार दी.
बोडो नेता उपेंद्रनाथ ब्रह्मा के सम्मान में बने सड़क और प्रतिमा के उद्घाटन समारोह में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, “…यह मेरा सौभाग्य है कि आज मुझे कैलाश कॉलोनी में बोडोफा के सम्मान में प्रतिमा का अनावरण और सड़क का उद्घाटन करने का अवसर मिला है. यह प्रतिमा न केवल बोडो समुदाय के लिए बल्कि उन सभी छोटी जनजातियों के लिए भी महत्वपूर्ण है जिन्होंने अपनी भाषा, संस्कृति और विकास के लिए संघर्ष किया. बोडोफा की मूर्ति न केवल बोडो समुदाय बल्कि ऐसी सभी छोटी जनजातियों का सम्मान बढ़ाती है…”
जानिए कौन थे उपेंद्रनाथ ब्रह्ना, जिनके नाम पर रखी गई दिल्ली की एक सड़क
मालूम हो कि बोडोफा उपेंद्रनाथ ब्रह्मा असम के महान नेता और समाज सुधारक थे. उन्हें फॉदर ऑफ बोडो पीपुल्स के रूप में जाना जाता है. उन्होंने बोडो समुदाय के अधिकारों, पहचान और उत्थान के लिए कई प्रयास किए. नई दिल्ली में दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) ने दक्षिण दिल्ली में लाला लाजपत राय मार्ग के एक हिस्से का नाम बदलकर बोडोफा उपेंद्रनाथ ब्रह्मा मार्ग करने का निर्णय लिया गया है.