भारत के जगजीत पवाडिया को संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी अंतरराष्ट्रीय नारकोटिक्स कंट्रोल बोर्ड International Narcotics Control Board (आइएनसीबी) के लिए फिर से पुनर्निर्वाचित किया गया है। उन्हें सामाजिक परिषद (ईसलीओएसओसी) द्वारा आयोजित अत्याधिक प्रतिस्पर्धी चुनाव में सबसे ज्यादा वोट हासिल किए।
विदेश मंत्री ने की यूएन में स्थायी मिशन टीम की तारीफ
इस बात की जानकारी देते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने लिखा, आज, भारत की उम्मीदवार जगजीत पवाडिया को न्यूयॉर्क में हुए चुनावों में 2025-2024 की अवधि के लिए अंतरराष्ट्रीय कंट्रोल बोर्ड के लिए फिर से चुना गया।
एस जयशंकर ने आगे जानकारी दी कि भारत ने बोर्ड के सभी निर्वाचित सदस्य देशों के बीच सबसे अधिक वोट हासिए किए। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन और विदेश मंत्रालय की टीम की सराहाना की। भारत को ECOSOC को 53 वोटिंग सदस्यों में से 41 वोट प्राप्त हुए।
कौन हैं जगजीत पवाडिया?
पवाडिया वर्ष 2015 से आइएनसीबी की सदस्य हैं। वर्ष 1954 में जन्मी पावडिया ने 1988 में दिल्ली विश्वविद्याल से विधि स्नातक किया। इसके बाद इंडियन इंस्टीट्यूट से पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर डिप्लोगा किया। 2015 से अंतरराष्ट्रीय नारकोटिक्स कंट्रोल बोर्ड के सदस्य बनीं।
पावडिया ने भारत सरकार के 35 वषों के लिए भारतीय राजस्व सेवा में कई वरिष्ठ पदों पर काम किया और जिम्मेदारियां सभालीं। वह नारकोटिक्स ड्रग्स,वियना के आयोग में भारतीय प्रतिनिधिमंडल की सदस्य भी रहीं। वह भारत के नारकोटिक्स कमिश्नर, सेंट्रल ब्यूरो ऑफ नारकोटिक्स में शामिल थीं।
क्या है INCB
1968 में स्थापित, अंतर्राष्ट्रीय नारकोटिक्स नियंत्रण बोर्ड संयुक्त राष्ट्र अंतर्राष्ट्रीय ड्रग नियंत्रण सम्मेलनों के कार्यान्वयन के लिए स्वतंत्र और अर्ध-न्यायिक निगरानी निकाय है। इसमें 13 सदस्य होते हैं जो आर्थिक और सामाजिक परिषद द्वारा चुने जाते हैं और जो सरकारी प्रतिनिधियों के रूप में नहीं बल्कि अपनी व्यक्तिगत क्षमता में सेवा करते हैं।
चिकित्सा, औषधीय या फार्मास्युटिकल अनुभव वाले तीन सदस्य विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा नामित व्यक्तियों की सूची से चुने जाते हैं और 10 सदस्य सरकारों द्वारा नामित व्यक्तियों की सूची से चुने जाते हैं।