आज हिंदी दिवस है। हिंदी वैसे तो भारत की राज्य भाषाओं में से एक है, लेकिन फिर भी हम भारतीय अनौपचारिक रूप से इसे राष्ट्रीय भाषा ही मानते हैं। आज के समय में भले ही हम दिन की शुरुआत ‘गुड मार्निंग’ से करते हों, लेकिन इतना तय है कि हिंदी हमारे रोम-रोम में बसी है। यही कारण है कि हम आम बोलचाल में हिंदी भाषा का ही प्रयोग करते हैं। आज क्योंकि हिंदी दिवस है तो इस मौके पर आज हम हिंदी को लेकर उन छिपी और रोचक बातों के बारे में चर्चा करेंगे। जिन्हें जानना न केवल हिंदी प्रेमी, बल्कि हम सभी को बेहद जरूरी है।
- हिंदी हमारी राष्ट्रीय भाषा नहीं बल्कि राज्य भाषा है। संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल अन्य इक्कीस भाषाओं के साथ हिंदी ने भी एक विशेष दर्जा प्राप्त किया हुआ है। 26 जनवरी, 1950 में संविधान के अनुच्छेद 343 में हिंदी को आधिकारिक भाषा घोषित किया गया था।
- देश में प्रत्येक 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाता है, हिंदी दिवस की शुरुआत 14 सितंबर, 1953 में हुई थी, अत: पहला हिंदी दिवस इसी दिन मनाया गया था।
- हिंदी शब्द की उत्पत्ति फारसी शब्द हिंद से हुई। ग्यारहवीं शताब्दी में सिंधु नदी के किनारे बोली जाने वाली भाषा को बाद में हिंदी नाम दिया गया था।
- विश्व स्तर पर मंडेरिन, स्पेनिश और अंग्रेजी के बाद हिंदी विश्व की चौथी सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा है।
- हिंदी भाषा को बढ़ावा देने के लिए हिंदी दिवस की शुरुआत की गई थी।
- जब हम हिंदी का इतिहास देखते हैं तो मालूम होता है कि भाषा चार काल से होकर गुजरी। जिसे आदिकाल, भक्तिकाल, रीतिकाल और आधुनिक काल में विभक्त किया गया है।
- दुनिया में लगभग 600 मिलियन लोग बतौर अपनी पहली भाषा के रूप में हिंदी ही बोलते हैं।
- यह बात आपको अचरज में डाले, मगर हिंदी का पहला टाइपराइटर सन् 1930 में बनाया गया था।
- हिंदी भाषा ने कई लेखकों को जन्म दिया है। कवि अमीर खुसरों पहले ऐसे लेखक थे जिन्होंने पहली हिंदी कविता लिखी और उसका विमोचन किया।
- विश्व भर में प्रसिद्ध ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी ऑक्सफोर्ड में कई हिंदी शब्दों ने भी स्थान पाया है। इनमें अच्छा और सूर्य नमस्कार जैसे शब्द शामिल हैं। भी शामिल हैं।