प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस पर मधुबनी, बिहार में दिया गया संबोधन गहरी संवेदना, राष्ट्रभक्ति और विकास के स्पष्ट विज़न से भरपूर रहा। उनके भाषण के दो प्रमुख आयाम रहे — पहलगाम आतंकी हमले पर देशव्यापी शोक और आक्रोश, तथा ग्राम पंचायतों के सशक्तिकरण के माध्यम से विकास की संकल्पना।
पहलगाम हमले पर प्रधानमंत्री की भावनात्मक प्रतिक्रिया:
- मौन श्रद्धांजलि: भाषण से पूर्व पीएम मोदी ने हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके लिए मौन रखा।
- भावनात्मक एकता की अपील:
“कोई मराठी था, कोई उड़िया, कोई कन्नड़, कोई बिहार का लाल… लेकिन दुख एक है, आक्रोश एक है।”
- स्पष्ट चेतावनी:
“भारत की आत्मा पर हमला करने वालों को कल्पना से बड़ी सजा मिलेगी।”
“अब आतंकियों की बची-खुची जमीन को भी मिट्टी में मिलाने का समय आ गया है।”
यह बयान न केवल राष्ट्रीय सुरक्षा की प्रतिबद्धता दर्शाता है, बल्कि ये भी दिखाता है कि यह हमला सिर्फ पर्यटकों पर नहीं, बल्कि भारत की सांस्कृतिक एकता और संप्रभुता पर हमला था।
#WATCH | Prime Minister Narendra Modi strongly criticised the Pahalgam terror attack while addressing a public meeting in Bihar's Madhubani
He says, "Today, on the soil of Bihar, I say to the whole world, India will identify, trace and punish every terrorist and their backers.… pic.twitter.com/216kBwOryv
— ANI (@ANI) April 24, 2025
पंचायती राज और गांवों के विकास पर प्रधानमंत्री का फोकस:
विकास की प्रमुख घोषणाएँ:
- 30,000 नए पंचायत भवनों का निर्माण
- ₹2 लाख करोड़ से अधिक फंड पंचायतों के लिए पिछले 10 वर्षों में
- 2 लाख ग्राम पंचायतें इंटरनेट से जुड़ीं
- 5.5 लाख से ज्यादा कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) गांवों में
सामाजिक न्याय और भागीदारी:
- बिहार में महिलाओं को 50% आरक्षण की सराहना
- गरीब, दलित, महादलित, पिछड़ों की भागीदारी को बताया सच्चा सामाजिक न्याय
मिथिला की संस्कृति को आर्थिक ताकत में बदलने की पहल:
- मखाना को GI टैग
- मखाना रिसर्च सेंटर को नेशनल स्टेटस
- मखाना बोर्ड की घोषणा — किसानों की आमदनी बढ़ाने का बड़ा कदम
#WATCH | "Ab aatankiyon ki bachhi-kuchhi zameen ko bhi mitti mein milane ka samay aa gaya hai…"says PM Modi on #PahalgamTerroristAttack. https://t.co/R04gwi64H0 pic.twitter.com/TDStPkrF4z
— ANI (@ANI) April 24, 2025
इस भाषण का महत्व:
- राष्ट्रीय एकता का मजबूत संदेश: आतंकवाद की निंदा करते हुए पीएम मोदी ने देश की संवेदनशीलता और दृढ़ता दोनों को दर्शाया।
- स्थानीयता को ग्लोबल विजन से जोड़ना: मखाना जैसे क्षेत्रीय उत्पाद को वैश्विक पहचान दिलाकर “लोकल से ग्लोबल” का उदाहरण पेश किया गया।
- डिजिटल ग्राम भारत का रोडमैप: पंचायतों को डिजिटल और फंड-सशक्त बनाना सुनियोजित विकेन्द्रीकरण की मिसाल है।