दिल्ली मेट्रो के जामा मस्जिद स्टेशन (मैजेंटा लाइन) पर 13 फरवरी 2025 की रात शब-ए-बारात के मौके पर कुछ यात्रियों द्वारा AFC (ऑटोमेटिक फेयर कलेक्शन) गेट फाँदकर बाहर जाने का वीडियो वायरल होने के बाद विवाद खड़ा हो गया है।
We all can see that group of Abduls are creating nuisance in Delhi Metro and shouting slogans like Naar-e-Takbeer & Allah Hu Akbar.
After looking at the large gathering, it is safe to assume that this video is either taken after Friday Prayers or after Muslim festival like Eid… pic.twitter.com/DawxMrhI3c
— Incognito (@Incognito_qfs) February 15, 2025
क्या हुआ था?
- रात 11:22 बजे जामा मस्जिद स्टेशन पर एक साथ दो ट्रेनें पहुँचने से भीड़ बढ़ गई।
- अधिक दबाव के कारण एग्जिट गेट ने अस्थायी रूप से काम करना बंद कर दिया।
- CISF और DMRC स्टाफ की मौजूदगी के बावजूद कुछ यात्रियों ने AFC गेट फाँदकर बाहर निकलने की कोशिश की।
- बाद में साइड गेट खोलकर यात्रियों को निकाला गया, जिससे भीड़ नियंत्रण में आ गई।
- DMRC के अनुसार, कोई हिंसा या अप्रिय घटना नहीं हुई, और स्थिति कुछ देर में सामान्य हो गई।
DMRC और CISF की प्रतिक्रिया
- DMRC ने बयान जारी कर स्पष्ट किया कि स्थिति नियंत्रण से बाहर नहीं हुई थी।
- CISF पर सवाल उठ रहे हैं कि सुरक्षा चाक-चौबंद क्यों नहीं थी और यात्रियों को गेट फाँदने की अनुमति कैसे मिली?
- DMRC ने कहा कि कोई आधिकारिक शिकायत दर्ज नहीं हुई है।
Delhi Metro Rail Corporation (DMRC) tweets "In reference to a viral video circulating on social media regarding some passengers jumping over AFC gates to exit, DMRC would like to inform that said incident is reported from Jama Masjid Metro station on Magenta Line on the evening… pic.twitter.com/udeutleKiq
— ANI (@ANI) February 15, 2025
सोशल मीडिया पर विवाद
- सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद लोग सुरक्षा पर सवाल उठा रहे हैं।
- कुछ यूजर्स ने CISF की भूमिका पर सवाल खड़े किए, तो कुछ ने इसे व्यवस्थागत असफलता बताया।
- कई लोगों का मानना है कि धार्मिक आयोजनों के दौरान दिल्ली मेट्रो को विशेष सुरक्षा इंतजाम करने चाहिए।
आगे क्या हो सकता है?
- DMRC और CISF को ऐसी भीड़-भाड़ वाली स्थिति के लिए बेहतर सुरक्षा उपायों की जरूरत होगी।
- धार्मिक आयोजनों और त्योहारों के दौरान भीड़ नियंत्रण के लिए अतिरिक्त पुलिस बल और CCTV निगरानी बढ़ाई जा सकती है।
- दिल्ली मेट्रो प्रशासन इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए भीड़ प्रबंधन की नई रणनीति अपना सकता है।