“ऑपरेशन सिंदूर” के बाद भारत सरकार और सुरक्षाबल जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ एक निर्णायक और तेज़ कार्रवाई मोड में हैं।
त्राल (अवंतीपोरा) एनकाउंटर – जैश-ए-मोहम्मद के तीन आतंकी ढेर
स्थान: नादेर, त्राल – जिला पुलवामा
दिन: गुरुवार
आतंकवादी संगठन: जैश-ए-मोहम्मद (JeM)
मारे गए आतंकियों की पहचान:
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आसिफ अहमद शेख – मोगाहामा, त्राल
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अमीर नजीर वानी – कासिपोरा, त्राल
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यावर अहमद भट्ट – लुराओ जागीर, त्राल
ये तीनों आतंकी स्थानीय निवासी थे, जो जैश के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहे थे।
ऑपरेशन की मुख्य बातें:
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अवंतीपोरा पुलिस और सेना को आतंकियों की ठीक-ठीक मौजूदगी की खुफिया जानकारी मिली थी।
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इलाके की घेराबंदी की गई, तलाशी शुरू हुई और आतंकी फायरिंग करने लगे।
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जवाबी कार्रवाई में तीनों आतंकी एनकाउंटर में मारे गए।
ऑपरेशन केलर – लश्कर-ए-तैयबा के 3 आतंकी ढेर
स्थान: शोपियां ज़िले का शोकल केलर क्षेत्र
दिन: मंगलवार
आतंकवादी संगठन: लश्कर-ए-तैयबा (LeT)
इस ऑपरेशन में भी राष्ट्रीय राइफल्स (RR) की भूमिका महत्वपूर्ण रही।
बदलती रणनीति: भारत की नई नीति
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अब स्थानीय आतंकियों को भी “नो टॉलरेंस” नीति के तहत टारगेट किया जा रहा है।
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ऑपरेशन सिंदूर जैसे मिशन आतंकवाद के ठिकानों के विरुद्ध सामरिक दबाव और संदेश दोनों हैं।
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इन अभियानों में सेना, CRPF, J&K पुलिस और खुफिया एजेंसियों का समन्वय अहम है।
राजनीतिक और अंतरराष्ट्रीय संदेश
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भारत यह स्पष्ट कर रहा है कि वह पाकिस्तान आधारित आतंकी संगठनों जैश, लश्कर, हिजबुल आदि को किसी भी हालत में बख्शेगा नहीं।
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यह भी साफ संदेश है कि घाटी में छिपे स्थानीय मॉड्यूल अब छिप नहीं पाएँगे।